-कहा कि जर्जर स्वास्थ्य भवन व सड़कों को तुरंत ठीक करें
मोतिहारी / राजन द्विवेदी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत डीएम सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन समाहरणालय में किया गया। इसके अन्तर्गत विभिन्न राष्ट्रीय कार्यकमों की समीक्षा की गयी। जिलाधिकारी ने चिकित्सकों की उपस्थिति पंजी, स्वास्थ्य संस्थानों में भवन निर्माण हेतु उपलब्ध भूमि की समीक्षा की।
सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिंह ने बताया कि बीएमएसआईसीएल के अभियन्ता ने बताया कि 10 स्वास्थ्य संस्थानों का निविदा पूर्ण हो चुका है, लेकि उनके भवन निर्माण हेतु भूमि उपलब्ध नहीं है। वहीं जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा सदस्यों से स्वास्थ्य केन्द्र के निर्माण हेतु सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है।
कुछ विधानसभा सदस्यों ने सूची उपलब्ध करा दी है। इसमें भूमि उपलब्ध कराया जाना शेष है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक ठाकुर विश्वमोहन ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पिपराकोठ का नवनिर्मित भवन हस्तगत करा दिया गया है। विद्युत आपूर्ति कराने हेतु निदेशित किया गया है। डीएम ने कहा कि सदर अस्पताल परिसर में एम०सी०एच० भवन में मेन गेट से मुख्य सड़क निर्माण, भवनों का जीर्णोद्वार कराया जाना आवश्यक है।
सिविल सर्जन ने अवगत कराया कि अनुमण्डलीय अस्पताल, ढाका जो नए भवन में संचालित हो रहा है, उक्त भवन में स्थापित किया गया है। विभिन्न प्रकार के उपकरों के संचालन हेतु 62 केवीए के जेनरेटर की आवश्यकता है। राज्य सरकार द्वारा आउटसोर्स एजेन्सी के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे सुविधाओं यथा साफ-सफाई, सिक्युरिटी गार्ड, खान-पान, जेनरेटर एवं कपड़ा धुलाई का नए सिरे से निविदा के प्रकाशन पर स्पष्ट निर्देश अप्राप्त हैं।
राज्य सरकार द्वारा 5 अनुमण्डलीय अस्पतालों में जीविका के माध्यम से खान-पान, साफ-सफाई एवं कपड़ा धुलाई करने का निदेश प्राप्त हुआ है, जो जीविका के द्वारा खान-पान सदर अस्पताल, अनु०अ० रक्सौल एवं ढ़ाका में तथा अन्य कार्य अब तक प्रारम्भ नहीं कराया गया है। जिला पदाधिकारी ने समाहरणालय स्तर पर कराए गए टेंडर के माध्यम से निर्धारित दर एवं शर्तों पर जेनरेटर का संचालन अनुमण्डलीय अस्पताल, ढाका में एवं अन्य जिस संस्थान में आवश्यक हो कराने का निर्देश दिया।
जीविका से समन्वय स्थपित करते हुए खान-पान, साफ-सफाई एवं कपड़ा धुलाई कार्य कराना सुनिश्चित कराने को कहा। सिविल सर्जन ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में माइको मेडिकल टीम का गठन किया गया है, जो प्रत्येक दिन अपने क्षेत्राधीन रोस्टर के अनुसार वार्डवार भ्रमण करते हुए मरीजों का उपचार तथा आवश्यक दवा आदि दे रहा है।
संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक क निर्देशित किया गया है कि वे अपने स्तर से उक्त टीम का सतत् अनुश्रवण करें। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य संस्थानों को 01 लाख 90 हजार 202 रैबीज इंजेक्शन, 5 हजार 02 सांप कटे, 4 लाख 41 हजार 95 जिंक टेबलेट, 25 किलोग्राम का 1057 बोरा ब्लीचिंग पाउडर, चूना आदि वितरण हेतु उपलब्ध करा दिया गया है। जगह जगह आवश्यकता पड़ने पर स्वास्थ्य कर्मी नाव के द्वारा भी मदद पहुँचा रहे हैं।
जिला पदाधिकारी द्वारा निदेशित किया गया कि आप अपने स्तर से अनुमण्डलवार जिला एवं प्रखण्ड स्तरीय पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक करते हुए त्वरित कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इस मौके पर सीएस, डीपीएम, डीआईओ, डीपीसी, अनुश्रवण पदाधिकारी, डीसीएम, महामारी पदाधिकारी, संचारी एवं गैर संचारी रोग पदाधिकारी उपस्थित थे।