मोतिहारी/राजन द्विवेदी। पूर्वी चंपारण जिले में जहरीली शराब से 43 से अधिक लोगों ने अपनी जान गंवाई है। भाजपा के द्वारा पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने को लेकर घोषित आंदोलन के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने मुआवज़े की घोषणा तो की लेकिन बिहार की सरकार और उसके मंत्री की संवेदनहीनता बेनकाब हो गई है।
उक्त बातें आज भाजपा जिलाध्यक्ष प्रकाश अस्थाना ने जारी विज्ञप्ति के माध्यम से कहीं। श्री अस्थाना ने कहा कि बिहार सरकार के मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग के मंत्री सह पूर्वी चंपारण के प्रभारी मंत्री सुनील कुमार अपनी तत्परता दिखाते हुए जहरीली शराब से आठ दिनों से जारी मौतों के ताण्डव के बीच छठे दिन मोतिहारी पहुंचे।
उन्होंने कहा कि स्पीडी ट्रायल के माध्यम से दोषियों को जल्द सजा दिलवाई जायेगी। मंत्री जी जिस जिला के प्रभारी हैं वहाँ घटित इतने बड़े हादसे की सुधि लेने छह दिनों बाद पहुंचे तो सही लेकिन किसी भी पीड़ित परिवार से मिलने जाने का समय नहीं मिल सका।
मंत्री जी किसी अन्य कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते रहे, यह संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। श्री अस्थाना ने कहा कि जिस विभाग के वे मंत्री हैं उसकी कारकरदगी कोई पहली बार उजागर नहीं हुई है। मंत्री महोदय के अंदर अगर थोडी सी भी नैतिकता बची है तो उन्हें अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।