Motihari, Rajan Dwivedi: बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी की स्थापना से किसानों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का लगातार उत्थान हो रहा है। उक्त बातें आज पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री सांसद राधा मोहन सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के इस युद्ध में देश की आर्थिक व्यवस्था पर सबसे ज्यादा मार पड़ी है। कृषि अर्थव्यवस्था पर विशेष असर पड़ा है। इसके बावजूद मोतिहारी में बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी अभी अपने कार्य क्षेत्र के 1100 गांवों में 1350 दूध संकलन केन्द्रों का संचालन करते हुए अधिकतम 1 लाख 14 हजार लीटर प्रति दिन का संकलन कर रही है। जिसमें 59891 दूध उत्पादक सदस्य जुड़े हुए हैं।
इन सदस्यों में से 62 फीसदी महिला सदस्यों की भागीदारी है जो सराहनीय है। श्री सिंह ने कहा कि पारदर्शिता, गुणवत्ता आधारित उचित मूल्य समय पर भुगतान और क्षमता निर्माण इसकी वृद्धि की आधारशीला रही है। किसानों को दूध की गुणवत्ता आधारित अधिकतम 70 रुपये प्रति लीटर तक मिल रहा है। मदर डेयरी द्वारा दूध की कीमत विधिवत रूप से उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जा रही है जो हर महीने में 10 दिन के अंतराल पर अर्थात 3, 13 और 23वें दिन के अंतराल पर अब लगभग 11 करोड़ प्रति माह सदस्यों के बैंक खाते में भेजा जा रहा है।
साथ ही प्रतिवर्ष 2500 मीट्रिक टन पशु आहार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। 32000 कृत्रिम गर्भाधान एवं 700 प्रजनन शिविर करवाए गए है। उन्होंने कहा कि बापूधाम मिल्क प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा अक्टूबर 2017 से अबतक लगभग 400 करोड़ रुपए का भुगतान क्षेत्र के सदस्य दूध उत्पादकों के खाते में सीधे किया गया है जिससे किसानों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में बड़ा परिवर्तन देखा जा सकता है। उक्त आशय की जानकारी जिला मीडिया प्रभारी गुलरेज शहजाद ने दी।