स्मारक पत्र पर डीएम के संवेदनहीनता पर जताई चिंता, मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलेगा शिष्टमंडल

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। मोतिहारी गांधी संग्रहालय के अतिथि भवन सह सभागार को जिला प्रशासन ने आम्रपाली प्रशिक्षण केन्द्र को सौंपने देने के निर्णय का चंपारण विकास संघर्ष मोर्चा ने विरोध शुरू कर दिया। इसको लेकर आज स्व राय हरिशंकर शर्मा सभागार में चंपारण विकास संघर्ष मोर्चा की बैठक अध्यक्ष राय सुन्दर देव शर्मा की अध्यक्षता में हुई।
जिसमें गांधी संग्रहालय के अतिथि भवन सह सभागार को आम्रपाली प्रशिक्षण केन्द्र को नहीं सौंपे जाने के लिए कई प्रस्ताव पारित हुए। कहा कि पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी को गांधी संग्रहालय और उसके परिसर के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हुए स्मार पत्र चंपारण विकास संघर्ष मोर्चा के शिष्टमंडल ने पिछले दिनों सौंपा गया था। लेकिन, अब तक इस मामले में डीएम संवेदनशील नजर नहीं आ रहे हैं।
अगर जिलाधिकारी शीघ्र दिए गए स्मार पत्र के आलोक में कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाते हैं तो वैसी स्थिति में मोर्चा का शिष्टमंडल मंत्री, मुख्यमंत्री से लेकर राज्यपाल तक को स्थिति से अवगत कराएगा। साथ ही चरणबद्ध आंदोलन भी तय किए जाएंगे। जिसमें मोतिहारी जिले के अन्य संगठन को भी शामिल करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। साथ ही बैठक में सर्वसम्मति से विरोध करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक में उपस्थित वक्ताओं ने नगर के ऐतिहासिक गांधी संग्रहालय परिसर में नवनिर्मित सभा भवन को जिला पदाधिकारी द्वारा आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र के दिए जाने का एक स्वर से विरोध किया। अध्यक्षीय भाषण में राय सुंदर देव शर्मा ने कहा कि महात्मा गांधी चंपारण सत्याग्रह स्मृति स्तंभ परिसर में हाल ही में एक सभागार का निर्माण किया गया है।
संग्रहालय मैनुअल के आधार नियमानुसार उक्त परिसर में जो भी सभाभवन है या बनेगा उसका मुख्य कार्य गांधी विचार का प्रचार प्रसार करना है। वैसे में व्यावसायिक केंद्र उसमें खोलने का कही से भी प्रावधान नहीं है। इन तमाम नियम कानून को ताक पर रखकर जिला पदाधिकारी ने आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र को दे दिया है।
जिसे चंपारण वासी कभी भी बर्दाश्त नहीं करेंगे और इसके लिए बड़ा आंदोलन आरंभ होगा। हम लोग हाई कोर्ट भी जा सकते हैं। उपस्थित लोगों में सभी ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। स्वतंत्रता सेनानी संगठन के अध्यक्ष किशोर पांडे ने कहा कि उस आदेश के खिलाफ हम लोग धरना देंगे और इसका जमकर विरोध किया जाएगा।
अशोक वर्मा ने सुझाव दिया कि जिला पदाधिकारी से मिलकर ताजा जानकारी हासिल किया जाए कि आवेदन पर उन्होंने क्या किया, उसके बाद हम लोग संग्रहालय के सामने धरना प्रदर्शन करें और फिर आगे के लिए रणनीति तैयार किया जाए।संबोधित करने वालों में पूर्व प्राचार्य विनय वर्मा, पूर्व प्राचार्य शशि कला, संजय कौशिक, पत्रकार राजन दत्त द्विवेदी, अमरेन्द्र सिंह,
शिक्षिका अमिता निधि, अरूण कुमार यादव, पर्यावरणविद् केशव कुमार, अनवर आलम अंसारी एवं अन्य थे। बैठक में काफी संख्या में सामाजिक क्षेत्र के लोग उपस्थित हुए और सभी ने एक स्वर से भवन को आम्रपाली प्रशिक्षण केंद्र को दिए जाने के आदेश को रद्द करने की मांग की। मौके पर जोगिंदर राम आजाद और अखिलेश सिंह आदि मौजूद थे।