चंपारण : दस दिनों से धरना पर बैठे किसानों से मिली राजस्व अधिकारी

मोतिहारी

-मामला मधुबनी में रेलवे लाइन निर्माण के लिए अधिगृहित भूमि के मुआवजे का

संग्रामपुर/उमेश कुमार। प्रखण्ड के मधुबनी में हाजीपुर सुगाली रेलवे लाइन के लिए की गई भूमि अधिग्रहण का मुआवजा नहीं मिलने के चलते पिछले दस दिनों से मिट्टी भराई कार्य को रोकते हुए टेंट लगा कर बैठे किसानों से प्रभारी सीओ सह राजस्व पदाधिकारी दीपा कुमारी ने सोमवार को डीएम के आदेश पर धरना स्थल पर जाकर मुलाकात किया।

इस दौरान किसानों ने अपनी समस्या से अवगत कराते हुए इसके निदान के लिए अनुरोध किया। इस दौरान कई मुद्दों पर प्रभारी सीओ से किसानों की बव्हस भी हुई। लगभग दो घण्टे तक चले बात चीत में नतीजा शून्य रहा। किसानों का कहना था कि उनका जमीन उनके पूर्वजों के नाम से हैं लेकिन अंचल प्रसाशन लगभग एक साल से दौड़ा रहा हैं।

किसानों का एलपीसी नहीं बनने से लगभग पांच सौ के करीब किसानों का भुगतान नहीं हो पा रहा हैं। इधर रेलवे लाइन का निर्माण करने वाली कम्पनी मिट्टी भराई कार्य करवाई रही हैं। जबकि किसानों को मुआवजा नहीं मिल रहा हैं। किसानों का नेतृत्व कर रहें पैक्स अध्यक्ष सह बीजेपी नेता बृज किशोर सिंह कांग्रेस नेता जंग बहादुर सिंह ने कहा कि जब किसानों ने अंचल कार्यालय पर अधिगृहित भूमि के मुआवजे के लिए धरना प्रदर्शन शुरू किया था तो वरीय क़धिकारियो ने आश्वासन देकर धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों को हटा दिया।

लेकिन उनके द्वारा मिली आश्वासन पूरी तरह सफेद हाथी साबित हुआ। मजबूरन किसानों को निर्माणाधीन रेल पथ के मिट्टी भराई स्थल पर फिर से धरना शुरू करना पड़ा। दोनो नेताओ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि किसान डीएम से मिल कर भी समस्या बताई लेकिन निदान नहीं निकल सका।

इनका कहना हैं कि जब तक किसानों के मुआवजे का भुगतान नहीं होता तब तक कार्य बाधित रझते हुए धरना जारी रहेगा। इधर अंचल प्रसाशन का कहना हैं कि जब तक इस मामले में वरीय पदाधिकारी का मार्ग दर्शन नहीं मिलेगा कुछ नहीं हो सकता।

प्रभारी सीओ सह राजस्व अधिकारी दीपा कुमारी ने इस संबंध में बताया कि अधिगृहित भूमि किसानों के पूर्वजों के नाम से हैं। जिसके चलते एलपीसी निर्गत नही हो पा रहा हैं। जैसे ही वरीय पदाधिकारी का मार्ग दर्शन प्राप्त होगा। एलपीसी निर्गत करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।