मोतिहारी / राजन द्विवेदी। जिले में तस्करों ने तस्करी की अजीबोगरीब तरीके अपना रहे हैं। जिसमें तस्करों ने पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को चकमा देने के लिए गांजे की तस्करी में स्कूल बस का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। लेकिन फिर भी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की बाज नजरों से तस्कर बच नहीं सके। बता दें कि पूर्वी चंपारण जिला इलाका नेपाल बॉर्डर से सटा हुआ है।
लिहाजा तस्कर अपने शातिराना मकसद को अंजाम देने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार दिख रहे हैं। वहीं पूर्वी चंपारण पुलिस ने इस तस्करी का भंडाफोड़ किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि नेपाल से स्कूल बस से गांजे की तस्करी की जा रही है। जिस स्कूल बस में गांजा लोड किया गया था, वह रामगढ़वा थाना क्षेत्र के बेलहिया गांव में है।
गुप्त सूचना पर एसएसबी, रामगढ़वा थाने की पुलिस और जिला पुलिस बल ने संयुक्त रूप से बेलहिया गांव में छापेमारी की। वहां एनजीएफ नाम लिखा पीले रंग की स्कूल बस खड़ी थी। बस की तलाशी के दौरान सीट के नीचे से गांजे के 20 बंडल निकले. पुलिस के अनुसार, हर बंडल का वजन 10 किलो था। वजन करने पर कुल 204 किलो गांजा जब्त किया गया।
स्कूल बस के ड्राइवर लालबाबू मियां को गिरफ़्तार कर लिया गया है। वह रामगढ़वा थाना क्षेत्र के मझरिया गांव का रहने वाला है। पूछताछ में आरोपी ड्राइवर ने बताया कि नेपाल से गांजा लोड हुआ था और सुगौली में डिलीवरी देनी थी। अब पुलिस मास्टरमाइंड की तलाश में जुट गई है। हाल के दिनों में मोतिहारी पुलिस के द्वारा नशा कारोबारियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है।