चंपारण : अयोध्या से प्राप्त विशिष्ट आशीर्वाद संकलन को मोदी मिमेंटो संग्रहालय में रखा जाएगा : सिकारिया

मोतिहारी

-त्रिलोक विजय महायज्ञ की तिथि पीएम नरेन्द्र मोदी से समय निर्धारण के बाद निर्धारित की जाएगी

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। त्रिलोक विजय महायज्ञ की तिथि पीएम नरेन्द्र मोदी जी से समय निर्धारण के बाद निर्धारित की जाएगी। उक्त बातें प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर शंभूनाथ सिकरिया ( चक्रवर्ती सम्राट धर्म विभूषण डिलीट मानद अचार्य मनोकामना सिद्ध हनुमान आश्रम) ने बताया कि अयोध्या का विशिष्ट आशीर्वाद आश्रम को प्राप्त हुआ है।

इसमें रामायण के ऊपर विदेशों में जो स्टांप टिकट हर देश में जारी हुए हैं उनका पूरा विश्व संकलन सभी देशों का रामायण यात्रा पुस्तिका प्राप्त हुई है। इसके साथ 22 जनवरी को प्रधानमंत्री जी के द्वारा राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का उद्घाटन करते समय जारी किए गए सभी स्टांप की चित्र प्लेट भी प्राप्त हुई है।

इसके साथ विशेष रूप से हनुमान चालीसा हिंदी और अंग्रेजी में लिखित विशेष पत्र पर पुस्तिका प्राप्त हुई है। वहीं अयोध्या की मिटी सरयू जी का जल तथा राम जन्मभूमि मंदिर का लिफाफा और सभी वस्तुएं एक सुंदर राम जन्मभूमि मंदिर बॉक्स के अंदर बॉक्स सहित प्राप्त हुई है। यह हमारे आश्रम का सौभाग्य है।

इसके लिए श्री मोदी जी को कोटि-कोटि धन्यवाद। श्री शिकारिया ने बताया कि सतयुग त्रेता द्वापर और कलयुग में अभी तक नहीं हुआ था त्रिलोक विजय महायज्ञ इसलिए विश्व में पहली बार भारत को विश्व गुरु बनाने और विश्व शांति के लिए आश्रम के द्वारा पूर्व की भांति अश्वमेध यज्ञ करने के बाद त्रिलोक विजय महायज्ञ करने का निर्णय लिया गया है।

इसकी तिथि चुनाव के बाद इसके शुभारंभ हेतु सनातन संस्कृति के महान व लोकप्रिय प्रधानमंत्री जी जी से समय निर्धारण कर इसकी तिथि की घोषणा की जाएगी। इसमें चारों दिशा के चार और दो विशिष्ट जगतगुरु शंकराचार्य के अलावा 108 वेदाचार्य एवं 11 महामंडलेश्वर तथा अन्य महान संतों की उपस्थिति में सवा करोड़ विजय कवच की जाप एवं सवा करोड़ हवन आहुतियां के साथ संपन्न कराया जाएगा।

साथ ही विश्व से श्रद्धालुओं की इसमें अधिक संख्या में भागीदारी होगी और 1008 यजमान को भी पहले आओ पहले पाओ के लक्ष्य के अनुकूल इसमें विशिष्ट भागीदारी दी जाएगी। बताया कि अयोध्या से प्राप्त विशेष एवं विशिष्ट आशीर्वाद के प्राप्त संकलन को मोदी मिमेंटो संग्रहालय राधा नगर मोतीहारी में आम जनता के दर्शनार्थ रख दिया जाएगा।