चंपारण : बाल्मिकी आश्रम दीघा मठ पर होने वाली आध्यात्मिक संसद की तिथि अब बाद में होगी घोषित

मोतिहारी
  • कोरोना की वजह से तिथि में बदलाव को लेकर बैठक में प्रस्ताव पारित
  • मोतिहारी/राजन दत्त द्विवेदी : कोरोना की वजह से बाल्मिकी आश्रम दीघा मठ पर आयोजित होने वाली पूर्वी चम्पारण आध्यात्मिक संसद की तिथि अब बाद में घोषित की जाएगी। आज दीघा मठ पर इस आयोजन को लेकर बैठक में यह प्रस्ताव सर्व सहमति से पारित हुआ। पूर्वी चम्पारण आध्यात्मिक संसद के आयोजक तथा स्वर्णिम भारत निर्माण के अध्यक्ष मनीष कुमार शेखर ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम की तैयारी एवं प्रतिभागियों का पंजीयन जारी रहेगा।
  • कार्यक्रम में सभी आध्यात्मिक स्थलों के प्रतिनिधि भाग लेगें। जिसमें पूर्वी चम्पारण एवं पश्चिम चम्पारण के सभी महत्वपूर्ण स्थलों की विशेषताओं की जानकारी के साथ चम्पारण के धरोहर नाम से पुस्तक का प्रकाशन होगा। जिसका लोकार्पण किया जाएगा। चम्पारण के धरोहर पुस्तक के माध्यम से छात्र-युवा एवं देश दुनिया के लोगों को चम्पारण के गौरवशाली इतिहास को जानने का अवसर मिलेगा।
  • बैठक में बाल्मिकी आश्रम दीघा मठ के पीठाघीश्वर स्वामी घनश्याम दास जी महाराज, भारत स्काउट और गाइड के जिला मुख्य आयुक्त रत्नेश्वरी शर्मा, हनुमान मंदिर नरसिंह बाबा आश्रम के पीठाघीश्वर मुरारी जी महाराज, पूर्व मुखिया रामसकल सिंह, विद्यानंद सिंह, मंशी सहनी, झुल्फी सहनी, मौजी सहनी, बिशु कुमार आदि प्रमुख थे।