चंपारण : सड़क हादसे में मोतिहारी के दो लोगों की मौत

मोतिहारी

बेटे का शव घर आते ही पिता ने भी तोड़ा दम

मोतिहारी / राजन द्विवेदी। मधुबनी जिला के सकरी थाना क्षेत्र में शनिवार की देर रात हुई सड़क दुर्घटना में मोतिहारी के घोड़ासहन निवासी पिकअप चालक सहित दो लोगों की मौत घटना स्थल पर ही हो गई है। इस दौरान पिकअप पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। इधर मृत पिकअप चालक का शव गांव पहुंचते ही उसके पिता ने सदमे से दम तोड़ दिया।

मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मधुबनी के सड़क हादसे का शिकार बने पिकअप चालक की पहचान महुआही गांव निवासी महिन्द्रा राय के इकलौते पुत्र जयलाल प्रसाद यादव उर्फ पच्चू राय (37) तथा दूसरे मृतक की पहचान स्थानीय गुलरिया टोला निवासी विद्यानंद राम के पुत्र अमरजीत कुमार (25) के रूप में हुई हैं।

जबकि घायलों में स्थानीय गुलरिया टोला निवासी हरेन्द्र पंडित के पुत्र पिन्टू कुमार, जितना थाना क्षेत्र के बिजबनी निवासी लवकुमार तथा बनकटवा निवासी कन्हैया कुमार शामिल हैं।‌ मृतक के परिजनों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक शादी में फोटोग्राफी करने क्रेन व ड्रोन कैमरा सेट के साथ पिकअप से उक्त सभी लोग एकसाथ जा रहे थे।

इसी बीच तेज रफ्तार से आ रही एक ट्रक के द्वारा पिकअप में पीछे से टक्कर मार दिया गया जिसके बाद पिकअप का संतुलन बिगड़ गया और सड़क पर खड़ी ट्रक से पिकअप टकरा गया। जिससे घटना स्थल पर ही दो लोगों की मौत हो गई।

इधर पोस्टमार्टम के बाद सोमवार की सुबह दोनों मृतकों का शव पहुंचते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया. परिजनो का रो-रोकर बुरा हाल था. दोनो जगहों का माहौल गमगीन हो गया। इसी बीच मृत जयलाल के पिता महिन्द्रा राय (70) की भी मौत पुत्र की मौत की सदमे से हो गई। अपने बेटे की मौत का सदमा वो बर्दाश्त नहीं कर सके और दम तोड़ दिया।

मृतक पिकअप चालक जयलाल प्रसाद यादव तीन बहनों व एक भाई में सबसे बड़ा था. वह घर में कमाने वाला इकलौता शख्स था. 6 महीने पहले ही उसकी मां की भी मृत्यु हो गई थी. इधर पुत्र की मौत की खबर सुनने के बाद और उसका शव घर पहुंचते ही बूढ़े पिता महेन्द्र की भी मौत सदमे से हो गई. जयलाल पत्नी बबिता देवी सहित 4 छोटे छोटे बच्चों को अपने पीछे छोड़ गया है.

जयलाल के नहीं रहने पर अब उसकी पत्नी व बच्चों की परवरिश कैसे होगी, इसकी चिंता ग्रामीणों को भी सता रही है. वहीं घटना में दूसरा मृतक अमरजीत भी अपने घर में अकेला कमाने वाला था. वह 4 भाई व 2 बहनों में तीसरे नम्बर पर था. फोटोग्राफी करके परिवार का वह परवरिश कर रहा था।