बच्चे राष्ट्र की शक्ति एवं संपति हैं, इनका उचित देखभाल, विकास, प्यार और सुरक्षा जरूरी : ममता राय

मोतिहारी

जिला बाल संरक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक में दिए कई निर्देश, कहा इस बैठक को अभियान के रूप में लें सभी

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मोतिहारी /राजन द्विवेदी। समाहरणालय स्थित राधाकृष्णन भवन में आज जिला परिषद्-सह- जिला बाल संरक्षण समिति की अध्यक्ष ममता राय की अध्यक्षता मेें जिला बाल संरक्षण समिति का त्रैमासिक बैठक हुई।
जिला परिषद् अध्यक्ष ने कहा कि इस बैठक को बैठक का कोरम न मानते हुए अभियान के तौर पर लेना है। इसे शिक्षकों, पंचायती राज संस्थाओं, नगर निकायों के प्रतिनिधियों, गैर सरकारी संगठनों, बुद्धिजीवियों, नागरिकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं एवं लोक सेवकों के सहयोग से इसे मॉडल के रूप में पेश करना हैं।

हम सभी जानते हैं की बच्चे हमारे राष्ट्र की शक्ति एवं संपति हैं। इनकी समुचित देखभाल, विकास, प्यार और सुरक्षा आवश्यक हैं। जो बच्चे आश्रय विहीन हैं, विस्थापित हैं, अनाथ हैं, कार्य में कार्यरत हैं, तस्करी के शिकार हैं, कोई बड़े रोग से पीड़ित हैं, एड्स से पीड़ित हैं, निःशक्त हैं और अनुसूचित जाति/जनजाति से हैं। उनके प्रति बाल संरक्षण इकाई को सहानुभूति रखनी चाहिए। भरसक यह प्रयास होना चाहिए की ऐसे बच्चे अपनी माता पिता के पास सरल तरीके से पहुंच जाएं। यह भी आवश्यक हैं की हर बच्चे के साथ समान एवं सम्मानजनक तरीके से व्यवहार होना चाहिए।

आगे उन्होने कहां की बच्चे हमारे भविष्य हैं। इनके इस दायित्व निर्वहन के लिए आवश्यक हैं की हम सभी को एक ऐसे सामाजिक परिवेश का निर्माण करें जो बच्चों के लिए आवश्यक हैं। बैठक के माध्यम से सुझाव दिया कि जिन प्रखंडो में प्रखंड स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय समिति का गठन नहीं हुआ हैं। उसका गठन जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। जिला बाल संरक्षण समिति के पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि शोषण के शिकार बच्चे को उसका वाजिब हक दिलाने के लिए पूर्ण रूप से प्रयास करें। साथ ही उनके प्रति किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करें।

साथ ही, गर्ल्स हॉस्टल एवं बालिका गृहों की निरंतर जांच होनी चाहिए और जांच प्रतिवेदन संबन्धित सभी सदस्यों को उपलब्ध करानी चाहिए। इसके अलावा बच्चों के तस्करी पर हमें संवेदनशील रहते हुए बस स्टैंड एवं रेलवे स्टेशनों, आरकेस्ट्रा आदि की जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। जिससे बच्चों के तस्करी एवं 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे से काम लेने पर रोका जा सकें। मौके पर सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण ईकाई, सिविल सर्जन, पुलिस उपाधिक्षक, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, सदस्य जिला परिषद्, पंकज कुमार द्विवेदी, आभा देवी, कृष्णा दास, किरण कुशवाहा, एवं अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहें।