मोतिहारी, राजन द्विवेदी। राष्ट्रपिता महत्मा गांधी के कर्मभूमि मोतिहारी के बाबूधाम मोतिहारी रेलवे स्टेशन को भारत सरकार रेल मंत्रालय के द्वारा अमृत महत्सोव उत्सव काल में “अमृत स्टेंशन के रुप में परिणत किए जाने के निमित पुर्नविकास परियोजना का वर्चुअल शिलन्यास कार्यक्रम में मोतिहारी नगर निगम की महापौर प्रीति कुमारी गुप्ता एवं नगर निगम के वार्ड
पार्षद को आमंत्रित नहीं किए जाने पर निगम पार्षदों ने इसका विरोध जताते हुए कार्यक्रम में सांसद एवं विधायक के कार्यशैली पर सवाल खड़े कर निंदा किया है।
साथ ही बताया कि शिलान्यास कार्यक्रम में नगर निगम मेयर को आमंत्रित नहीं करना लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कुठाराघात है। पार्षदों ने बताया कि यहां के स्थानीय सांसद सह रेल्वे स्टैंडिंग कमिटी के चेयरमैन राधा मोहन सिंह स्वय रेलवे मंत्रालय के स्थापित नियमो का अनदेखी दलीय परिधि में करते हुए प्रधानमंत्री की सोच एवं परीकल्पना को साकार नहीं करते हुए महिला जनप्रतिनिधियों का सम्मान प्रोटोकॉल को नजर अंदाज करना सांसद की ओछी सोंच एवं गलत मानसिकता को दर्शाता है।
जबकी सरकारी कार्यक्रम दलीय परिधि से उपर होता है। नगर निगम में इसको लेकर पार्षदों ने बैठक कर निंदा प्रस्ताव पारित कर सांसद और विधायक के खिलाफ नारेबाजी भी किए। नगर पार्षदों ने संयुक्त रूप से कहा कि मोतिहारी नगर निगम परिक्षेत्र के क्षेत्राधीन बाबूधम मोतिहारी रेलवे स्टेशन आता है।
प्रोटोकाल एवं मान्य परम्परा के अनुरूप मोतिहारी की निर्वाचित प्रथम महिला महापौर एवं प्रथम नागरिक को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाना दुराग्रह से प्रेरित और अब तक जनता के द्वारा दिए गए जनादेश एवं विकास कार्यों को अवरुद्ध कराने की दिशा में सांसद का सतत प्रयत्नशील होना माना जा रहा है।
जब कार्यक्रम में स्थानीय विधायक की सहभागिता कार्यक्रम के पूर्व से परिलक्षित हो रहा है तो नव निर्वाचित महापौर की भूमिका को किस परिस्थिति में नजर अंदाज किया जा रहा हैं ? सभी उपस्थित निगम पार्षद ने कहा कि सांसद के इस कृत्य का लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत विरोध जताते हुए इसकी सूचना राज्य सरकार, रेलवे मंत्रालय, प्रधानमंत्री जी तक प्रेषित कर इनके स्वेच्छाचरिता के संदर्व में उपलब्ध कराएंगे एवं साथ ही इनके कार्यकलाप का निंदा करते है।