मोतिहारी, राजन द्विवेदी। राधा मोहन सिंह सांसद ,राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने नरसिंह बाबा मठ ग्राउंड में आयोजित एक कार्यक्रम में सैकड़ों अन्य प्रतिभागियों के साथ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस समारोह में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान सांसद ने योगाभ्यास किया और प्रतिभागियों को संबोधित किया। राधा मोहन सिंह ने कहा कि योग में उम्र, जाति, धर्म और क्षेत्र का कोई बंधन नहीं है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा, “यह सार्वभौमिक है” और लोगों से योगाभ्यास करने, इसका प्रचार करने और इसपर गर्व महसूस करने के लिए कहा। प्राचीन विज्ञान विश्व के लिए भारत का अमूल्य उपहार है और उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने और इससे लाभ प्राप्त करने के लिए कहा। उन्होंने स्वास्थ्य समाधान के रूप में योग पर और शोध करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
योग के अर्थ को ‘जुड़ना’ या ‘एकजुट होना’ बताते हुए, श्री नायडु ने कहा कि यह मन और शरीर, और मनुष्य और प्रकृति के बीच एकता और सामंजस्य पर जोर देता है। “इस अवसर पर, मैं सभी से समाज के सभी वर्गों के बीच एकता और सद्भाव के लिए काम करने का आग्रह करूंगा।