मोतिहारी/ राजन द्विवेदी। कल यानी 28 जुलाई को वर्ल्ड हेपिटाइटिस डे के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी मोतिहारी के सभागार में अपराह्न 3 बजे आयोजित किया गया है। उक्त जानकारी रेडक्रॉस सोसायटी मोतिहारी के सभापति विभूति नारायण सिंह ने देते हुए बताया कि 1 लाख 76 हजार लोगों की हर वर्ष अपने देश में हेपेटाइटिस बी व सी से हो मौत हो जाती है।
वहीं चार करोड़ से ज्यादा लोग अपने देश में हेपेटाइटिस बी से संक्रमित हैं। एक करोड़ से ज्यादा लोग अपने देश में हैपेटाइटिस सी से संक्रमित हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की हैपेटाइटिस की समस्या भारत में दिनोंदिन बद से बदतर होती जा रही है।
डब्ल्यूएचओ ने 2022 की थीम हैपेटाइटिस कांट वेट जिसका आशय है कि हैपेटाइटिस से पीड़ित व्यक्ति अब इंतजार नहीं कर सकते। जिस तरह से यह बीमारी दुनिया को अपनी गिरफ्त में ले रही है, उसके उन्मूलन के लिए अब और इंतजार नहीं किया जा सकता।
ऐसे में हैपेटाइटिस की समस्या और उसके इलाज के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानना बहुत जरूरी है ताकि इसके संभावित खतरे से हम निपट सके। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में बतौर सिविल सर्जन डॉक्टर अंजनी कुमार उपस्थित रहेंगे।