‘मीडिया काउंसिल’ और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की सरकार से मांग
अवधेश कुमार शर्मा, पणजी । पत्रकारों, मीडिया कर्मियों की समस्या समाधान को ‘मीडिया काउंसिल की मांग से गूंजता रहा इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट का 137 वां राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक। इस सम्मेलन में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कानून बनाने की मांग की गई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अध्यक्ष अवधेश भार्गव ने कहा कि देशभर के सभी पत्रकारों से लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित ज्ञापन क्षेत्रीय सांसदों के माध्यम से पहुंचाने का काम करें।
उपर्युक्त मामले को लोकसभा में उठवाने का निर्णय भी लिया गया। गोवा की राजधानी की पणजी स्थित मिरामार समुद्र तट के नज़दीक यूथ हॉस्टल परिसर में 21 एवं 22 मई 2023 को दो दिवसीय सम्मेलन का शुभारम्भ गोवा के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ मनोज कामत, राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश भार्गव, गोवा प्रदेश अध्यक्ष भरत बेतकेकर, राष्ट्रीय महासचिव जंगा रेड्डी, शंकर दत्त शर्मा, सुभाषिनी गांवकर ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
कार्यकारिणी की बैठक का संचालन इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार अवधेश भार्गव ने किया। कार्यसमिति की बैठक में सर्वसम्मति से वरिष्ठ पत्रकार, उत्तराखंड श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के अध्यक्ष शंकर दत्त शर्मा को इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट की अनुशासन समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया। मुख्य अतिथि डॉ मनोज कामत ने कहा कि मीडिया का स्वरुप पहले की अपेक्षा अब काफी बदल गया है। विशेषकर प्रिंट के बाद इलेक्ट्रॉनिक और सोसल मीडिया ने मीडिया की जिम्मेदारियों को व्यापक रुप दे दिया है।
उन्होंने कहा कि एक पत्रकार के काम का स्वरुप बदला है तो उन पर खतरा काफी बढ़ गया है । डॉ कामत ने कहा कि व्यवसायीकरण के दौर में पत्रकारिता अब एक मिशन नहीं, प्रोफेशन बन गया है।ऐसे में किसी भी प्रोफेशन की सुरक्षा के लिए आवश्यक नहीं कि उसपर चौतरफा हमला रोकने का सशक्त उपाय किया जाए। इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोवा की पहली महिला प्रख्यात पत्रकार सुभाषिनी ने कहा कि स्वतंत्र पत्रकारों के लिए भी आईएफडब्ल्यूजे के बैनर के नीचे एक विंग का गठन किया जाना चाहिए।
इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश भार्गव ने कहा कि प्रेस काउंसिल के पास कोई वैधानिक और संवैधानिक अधिकार नहीं है। आवश्यकता है कि पत्रकारों की नौकरी, सुरक्षा, स्वास्थ्य, पेंशन तथा आवासीय समस्या के साथ अन्य समस्याओं के समाधान के लिए देश में मीडिया काउंसिल अति आवश्यक है।
उन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल पत्रकारों से अपील किया कि पत्रकारों की सुरक्षा के लिए लोकसभा अध्यक्ष को संबोधित एक ज्ञापन क्षेत्रीय सांसद के माध्यम से पहुंचाएं। सभी पत्रकार क्षेत्रीय सांसद से मिलकर उन्हें ज्ञापन दें। पत्रकारों की सुरक्षा की मांग लोकसभा में उठाई जाए या उनके मांग को लोकसभा अध्यक्ष तक पहुंचा दिया जाए। सम्मेलन को इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय महासचिव जंगा रेड्डी, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष संजय जैन व कई लोगों ने संबोधित किया।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी कि बैठक में आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, गुजरात झारखंड, दिल्ली और बिहार के पत्रकार शामिल किया। आइएफडब्ल्यूजे के लगभग एक सौ पत्रकार इस सम्मेलन में शामिल हुए। जिसमें छत्तीसगढ़ से 12 और बिहार से 7 पत्रकार बिहार प्रेस मेंस यूनियन के बैनर तले सम्मेलन में शामिल हुए।
बिहार प्रेस मेंस यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनमोल कुमार, प्रदेश महासचिव सुधांशु कुमार सतीश, सचिव प्रभात कुमार, प्रदेश सचिव अवधेश कुमार शर्मा, कार्य समिति सदस्य भोला प्रसाद इस सम्मेलन में उपस्थित रहे। इण्डियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के राष्ट्रीय सचिव एस एन श्याम को बिहार के पत्रकारों ने सम्मानित किया।फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अवधेश भार्गव ने श्री श्याम को मालवा की पगड़ी और बिहारी पत्रकार के भगवान बुद्ध का मोमेंटो से सम्मान किया।