Champaran : कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर 110 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का भव्य आयोजन

पश्चिमी चंपारण

गंडक नदी के संगम में श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी, मेले में उमड़ी भीड़

Champaran, Rajan Dwivedi: पश्चिम चंपारण जिला के वाल्मीकिनगर- भारत नेपाल सीमा पर स्थित बेलवा घाट परिसर में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर 110 वीं नारायणी गंडकी महाआरती कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम का श्रीगणेश सशस्त्र सीमा बल 21 वीं वाहिनी के द्वितीय सेना नायक अश्विनी कुमार, आयोजक मुखिया मालती देवी, व्यवस्थापक सुमन सिंह, पुलिस अंचल निरीक्षक रामनगर अर्जुन कुमार,आचार्य पंडित अखिलेश्वर पांडे,ख्याति प्राप्त चिकित्सक कृष्ण मोहन राय, डॉक्टर राजू प्रसाद, अधिवक्ता वीरु सिंह, निर्देशक डी. आनंद, सप्त चंडी ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष बालक दास बाबा, स्वरांजलि सेवा संस्थान के एम .डी संगीत आनंद, डॉक्टर अनुज कुमार, पूर्वा होटल के एम.डी चंदन जायसवाल, विद्यादित्य सिन्हा एवं थारू कला संस्कृति एवं प्रशिक्षण संस्थान के सचिव होम लाल प्रसाद ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। मुख्य अतिथि अश्विनी कुमार ने कहा कि भारत नेपाल सीमा पर कार्तिक पूर्णिमा के दिन इस विहंगम महाआरती को देखकर मैं अभिभूत हूं। मुखिया प्रतिनिधि सुमन सिंह ने कहा कि नदियां जीवनदायिनी है। गंगा से भी ज्यादा गंडक नदी का महत्त्व है। ग्राम पंचायत राज लक्ष्मीपुर रमपुरवा की लोकप्रिय मुखिया मालती देवी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यहां तीन नदियों का संगम है।

स्वरांजलि सेवा संस्थान द्वारा 06 नवम्बर 2014 से इसी तट पर पर्यावरण संरक्षण संवर्धन हेतु नारायणी गंडकी महाआरती की जाती है । विगत 10 वर्षों से इस संस्था द्वारा घूम घूम कर लावारिस दिव्यांग जनों को हर दिन सुबह शाम भोजन दिया जाता है। यह महा आरती यहां की पहचान है। यहां ताम्रभद्र,सोनभद्र और नारायणी तीनों नदियों का संगम है। हजारों लोगों की उपस्थिति के बीच नारायणी गंडकी माताजी की 110 वीं महाआरती की गई। आचार्य पंडित अखिलेश्वर पांडे, बालक दास बाबा , पंडित भुवनेश्वर पांडे, आचार्य पंडित उदयभानु चतुर्वेदी, पंडित दीपक चतुर्वेदी,पंडित राम कुमार चतुर्वेदी, पंडित वेद प्रकाश शास्त्री, पंडित गुंजन मिश्र,पंडित विकास गोस्वामी, एवम् पंडित दीपू पांडे ने समवेत स्वर में वैदिक मंत्रोचारण करके शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की। नदी के तट पर दीपदान किया गया। एक साथ सैकड़ों दिए जलाकर देव दिवाली मनाई गई।

स्वरांजलि सेवा संस्थान के कलाकारों की मनमोहक भक्तिमय प्रस्तुति पर देर तक तालियां बजती रही। गायिका प्रिया मिश्र, अरविंद लाल यादव,ओम प्रकाश निराला और रानी राग ने मनमोहक भजनों को प्रस्तुत किया। शंख, और करताल की मधुर ध्वनि से सारा माहौम भक्तिमय हो गया। मुखिया मालती देवी द्वारा विशिष्ट प्रतिभाशाली व्यक्तित्व अंगवस्त्रम, आंवला एवम् चंपा के पौधे, मोमेंटो, शॉल एवम् प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किए गए । स्वरांजलि सेवा संस्थान के स्थानीय कलाकारों की प्रस्तुतियों में थरूहट के नागेंद्र प्रसाद, अमला कांत ठाकुर, गायिका कविता थारु,गायक करण भोजपुरिया, गायक संगीत शर्मा ,गायक नंद कुमार महतो, कामेश्वर श्रीवास्तव,शिवचन्द्र शर्मा,कैमरामैन अभिषेक केसरी, निर्माता अरविन्द अकेला, की भूमिका सराहनीय रही। प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू राजस्थान की इकाई नरकटियागंज की अविता बहम के नेतृत्व में ओम शांति और मानवता का संदेश दिया गया।

इस मौके पर अध्यापक रामनाथ राम, शिक्षक कौशल कुमार, राजेश शर्मा, स्वरांजलि सरगम, एसएसएस ट्रस्ट की अध्यक्षा अंजू देवी, एसएसबी के राजेंद्र कुमार, रणवीर सिंह, सुरेश कुशवाहा, संजीव कुमार सिंह, संजीव कुमार यादव, प्रधान अध्यापक संजय कुमार , की भूमिका अति सराहनीय रही। धर्मपाल गुरु वशिष्ट जी महाराज काठमांडू के आश्रम से आए संतों ने नेपाल का नेतृत्व किया। संचालन डी.आनंद ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन व्यवस्थापक सुमन सिंह एवम् मीडिया प्रभारी वीरू सिंह ने किया।