- कहा – जन सुराज न BJP का वोट काटेगा और नहीं राजद का, जनता इन दोनों को काटकर साफ कर देगी
राजन द्विवेदी। आज प्रशांत किशोर सारण के अलग-अलग गांवों में पदयात्रा के माध्यम से जनता के बीच गए। उनकी स्थानीय समस्याओं को समझ कर उसका संकलन कर उसके समाधान के लिए ब्लू प्रिंट तैयार करने की बात कही। आज प्रशांत किशोर ने 3 आमसभाओं को संबोधित किया और 9 पंचायत के 16 गांवों से गुजरते हुए 13.5 किमी की पदयात्रा तय की। वहीं जन सुराज समर्थित MLC उम्मीदवार अफाक अहमद की जीत पर सारण के पदयात्रा कैंप में प्रशांत किशोर ने कहा कि पदयात्रा के दौरान जो बात हम बिहार की जनता को समझा रहे हैं कि जन सुराज कोई दल नहीं है, तो लोग कहते थे कि जब दल बना नहीं है तो व्यवस्था कैसे बदलेगी?
आज आप सबने देखा की सारण निर्वाचन शिक्षक क्षेत्र में जो जीत हुई है उसमें वोट किसको मिला है। भारतीय जनता पार्टी और महागठबंधन दोनों दल साफ हो गए हैं। भाजपा कह रही है कि महागठबंधन का वोट कटा है और महागठबंधन वाले कह रहे हैं कि भाजपा का वोट कटा है। आप सब के माध्यम से साफ कर रहे हैं कि जन सुराज कोई वोट कटवा नहीं है। पदयात्रा के दौरान हम पहले ही कह चुके हैं न भाजपा का वोट काटेंगे न महागठबंधन का वोट काटेंगे, दोनों दलों को जनता खुद ही काट कर साफ कर देगी।
लोगों को जन सुराज पदयात्रा में समझा रहे हैं कि वोट अपने बच्चों के भविष्य पर देना है, और हमने कुछ नहीं किया है लेकिन दोनों दल शिक्षक निर्वाचन चुनाव में हुई हार से घबराई हुई है। अफाक अहमद के जीत पर सारण में प्रशांत किशोर ने कहा कि जितना हमको चुनाव लड़वाने का अनुभव है उससे हम बता रहे हैं कि जनता एक दम त्रस्त हो गई है। कोई उसकी सुनने वाला नहीं है। पदयात्रा के दौरान लोग हम से कहते हैं कि जाति पर वोट पड़ता है। पूरे देश में हिन्दू-मुसलमान हो गया है, लेकिन अफाक अहमद किसान के लड़के हैं और मुस्लिम समाज से आते हैं।
उन्होंने चुनाव में 1 रुपया भी खर्च नहीं किया। चंपारण भाजपा का गढ़ है। सिवान, छपरा, गोपालगंज राजद का गढ़ है। किसान के लड़के के आगे दोनों गढ़ ढह गए। ये साधारण बात नहीं है। इस निर्वाचन में सामान्य व्यक्ति वोट नहीं देता है, वोट इसमें वही देता है जिसको चुनकर आपने मतदाता बनाया है। मतदाता बनाया राजद और भाजपा ने, लेकिन वोट मिला जन सुराज के नाम पर।