Bettiah, Awadhesh Kumar Sharma: पश्चिम चम्पारण जिला अंतर्गत के नरकटियागंज नगर परिषद स्थित संस्कृत भारती कार्यालय में आदिकवि महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव सांस्कृतिक उत्साहपूर्वक मनाया गया। संस्कृत के प्रथम महाकाव्य रामायण के आधार पर अनेक कवियों ने काव्य लेखन किया, वैसे महाकवियों में एक महर्षि वाल्मीकि हैं। उनकी जयंती पर संस्कृत भारती नरकटियागंज ने कार्यक्रम आयोजित किया। ऐसे महाकवि का जन्मोत्सव संस्कृत भारती से जुड़े कार्यकर्ताओं और प्रबुद्धजनों ने मनाया। शरद् पूर्णिमा का सनातन परंपरा में अत्यधिक महत्व है।
वैज्ञानिक दृष्टि से या धार्मिक दृष्टि से शरद पूर्णिमा सर्वोत्तम माना जाता है। इसी दिन महाकवि वाल्मीकि का जन्म होना, जिन्होंने संस्कृत भाषा को आगे बढ़ाने का कार्य किया, श्रेष्ठतम संयोग है। उन्ही के रामायण पर आधारित रामचरितमानस जनजन तक पहुंच चुका है।
महर्षि वाल्मीकि जन्मोत्सव कार्यक्रम में संस्कृत भारती जिला संयोजक डॉ विभाकर दूबे, संस्कृत भारती के सदस्य उशेषमणि त्रिपाठी, नगर संयोजक अकाश श्रीवास्तव, कार्यालय प्रमुख रंजीत शर्मा, पकडीढा ग्राम संयोजक सोनेलाल,अमित चौरसिया, शशि शर्मा तथा वर्तमान में काशी हिंदू विश्वविद्यालय से शास्त्री के विद्यार्थी रामबाबू शर्मा व अनेक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विशेष चर्चा हुई।