BeforePrint : हिंदू कैलेंडर के मुताबिक साल का 8वां महीना कार्तिक का होता है। हिंदू धर्म में इसे बेहद पवित्र माह में से एक माना गया है। इस माह में कई बड़े त्योहार तो आते ही हैं। लेकिन ये माह भगवान विष्णु को समर्पित है। इस माह में श्री हरि, तुलसी जी की पूजा से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। बता दें कि इस बार कार्तिक माह की शुरुआत 10 अक्टूबर से हो रही है। कहते हैं कि अगर इस माह में सच्चे दिल और पूरी श्रद्धा से भगवान विष्णु की पूजा की जाए, तो व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही, व्यक्ति को मृ्त्यु के पश्चात बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर माह किसी न किसी देवता को समर्पित होता है। हर माह के कुछ नियम होते हैं। इन नियमों के पालन के साथ अगर पूजा-आराधना की जाती है तो शुभ फलों की प्राप्ति होती है। कार्तिक माह में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए क्या करें और क्या नहीं।
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना..
शास्त्रों में बताया गया है कि कार्तिक माह में ब्रह्मा मुहूर्त में स्नान करना बेहद शुभ माना गया है। कार्तिक माह में ब्रह्म मुहूर्त में उठना और किसी पवित्र नदी या घर में ही गंगाजल डालकर स्नान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। भगवान विष्णु की कृपा बरसती है।
तुलसी पूजा..
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कार्तिक माह में तुलसी पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। हिंदू धर्म में तुलसी को पूजनीय स्थान प्राप्त है। कहते हैं कि तुलसी में मां लक्ष्मी का वास होता है और भगवान विष्णु को तुलसी बेहद प्रिय है। इस माह में तुलसी की पूजा से भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी दोनों की कृपा बरसती है। कहते हैं कि इस माह में देवउठनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और सबसे पहले तुलसी मां की ही पुकार सुनते हैं। इसलिए इस माह में तुलसी पूजन का खास महत्व है।
दीपदान…
मान्यता है कि इस माह में दीप दान करने से भक्तों की सभी मोकामनाएं पूर्ण होती हैं। शरद पूर्णिमा से लेकर कार्तिक पूर्णिमा तक दीपदान करना चाहिए। इस माह में संभव हो तो किसी पवित्र नदी या फिर घर पर तुलसी के पास ही नियमित रूप से दीपदान करें। इससे घर में सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है।
कार्तिक माह में जमीन पर सोने का विधान है। कहते हैं कि जमीन पर सोने से व्यक्ति के मन में पवित्र विचार आते हैं। कार्तिक माह में जमीन पर सोना तीसरा प्रमुख काम है।
इतना ही नहीं, कार्तिक माह में ब्रह्मचर्य व्रत का पालन करना चाहिए। इन नियमों का पालन करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और व्यक्ति को भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। मृत्यु के बाद व्यक्ति मोक्ष को प्राप्त होता है।