कानपुर : पिच के मामले में किरकिरी कराने वाले क्यूरेटर को मिल ही गयी सजा

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स्पोर्ट्स डेस्क/कानपुर। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर ग्रीनपार्क विकेट की तौहीन करवाने वाले क्यूरेटर को यूपीसीए के आलाकमान ने सजा के तौर पर छोटे से मैदान में नियुक्ति दे दी है। बीते नवम्बर महीने में भारत और न्यूजीलैण्ड के बीच खेले गए मैच में ग्रीनपार्क के मुख्य और अभ्यास विकेटों को लेकर कमेन्ट्रेटरों और विकेट के जानकारों ने काफी तल्ख टीका टिप्पणी की थी।

यही नही कई लोगों ने पिच क्यू‍रेटर की काबिलियत पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया था जिससे अन्‍तर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन की खासी किरकिरी भी हो गयी थी। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने पिच के मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए ग्रीनपार्क के क्यूरेटर को अनुभवहीन होने का तमगा देते हुए वहां से हटा दिया।

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ये अलग बात है कि उस टेस्ट मैच में न्यूजीलैण्ड की टीम अच्छा खेली और अपनी पराजय को टाल दिया। विकेट पर असमतल उछाल उसकी निर्माण प्रक्रिया पर सवालिया निशान अवश्य उठा गया था जिसे टेस्ट मैच में कमेन्ट्री करने आए कई दिग्गजों ने भी मुददा बना दिया था । ग्रीनपार्क जैसे अन्तर्राष्ट्रीय मैदान के मुख्य विकेट से लेकर अभ्यास विकेटों को देखते ही मेहमान टीम के होश उड गए थे लेकिन उन्होंनें उसे मुददा नही बनाया।

विकेट का आलम ये था कि कोई गेंद जमीन से केवल 6इन्च पर रह रही थी तो कोई गेंद बल्लेबाज के सिर के ऊपर से कमेन्ट्रेटरों ने मैच के पांचों दिन विकेट को लेकर तमाम तरह से माखौल उडाया था। रहा है। यही नही बीते सितम्बर महीने में प्रदेश टीम के चयन को लेकर कराए गए अभ्यास मैचों के दौरान मीडिया सेन्टर के ओर वाले छोर पर गेंद कमर की उंचाई से अधिक ही नही उठ सकी जबकि पुराने पवेलियन छोर पर गेंद सिर के ऊपर से गुजर रही थी।

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इसको देखते हुए भी क्यूरेटर ने कोई सबक नही लिया और उसी ढर्रे पर कार्य किया जिसका खामियाजा भी उसे भुगतना पड गया। प्रदेश संघ के आलाकमान ने ग्रीनपार्क के पिच क्यूरेटर को वहां से हटाकर एक छोटे से मैदान का ग्राउन्डसमैन बना दिया है।