न कागज था, न रंग, मजदूरी करके सीखी पेटिंग, सीखने का जुनून हो तो साधनहीनता कोई बाधा नहीं : पद्मश्री दुलारी देवी

Muzaffarpur/Brahmanand Thakur: पद्मश्री दुलारी देवी ने कहा कि उनके पास न कागज था, न रंग, लेकिन पेटिंग करने की लालसा इतनी प्रबल थी कि मजदूरी करके पेटिंग सीखी। जीवन-यापन के लिए वे चित्रकार महासुंदरी देवी के यहां काम करती थीं। उनकी पेटिंग देख कर इनके मन में भी सीखने की इच्छा हुई। जब उनके यहां […]

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