Today in History Shelendra Dixit : वो जब याद आये, बहुत याद आये…
Pulin Tripathi : अजीब बात है। इधर काफी दिनों तक बिफोरप्रिंट से संबंधों को विराम लगा रहा। अचानक कल ही संपादक जी (स्व. शैलेंद्र दीक्षित जी) के सुपुत्र अनुपम दीक्षित की कॉल आई। पुलिन जी आए नहीं आप। कानपुर आए काफी समय हो गया है, आपको। मेरा जवाब था, सर कल आता हूं। सुबह आंख […]
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