नई दिल्ली, सेन्ट्रल डेस्क : एक आध दिन में आ जाएगी एलआईसी आईपीओ लाने की तारीख सामने आने के आसार हैं। वित्त मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक इस सप्ताह के अंत तक एलआईसी आईपीओ को लाने को लेकर फैसला हो जाएगा। पहले आईपीओ मार्च के शुरू में लाने की योजना थी, लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से यह टल गया।
वित्त मंत्रालय के एक अधिकारी ने बिफोरप्रिंट को बताया कि, ‘आईपीओ के समय पर फैसला इसी हफ्ते किया जाएगा।’ अधिकारी ने कहा कि यह तय करना कठिन होगा कि खुदरा और घरेलू निवेशकों की मांग के साथ आगे बढ़ा जाए या भू-राजनीतिक तनाव कम होने और एफआईआई के बाजार में लौटने का इंतजार किया जाए। उन्होंने आगे कहा कि आईपीओ की कीमत इस तरह से तय करनी होगी कि लिस्टिंग के दिन स्टॉक में तेजी आए और निवेशकों को इनाम मिले।
उन्होंने कहा कि एलआईसी एक परिपक्वव कंपनी है और इसकी स्थापना के बाद से व्यवसाय में वृद्धि देखी गई है। बाजार का मूल्यांकन विकास क्षमता को ध्यान में रखते हुए करना होगा। सरकार ने एलआईसी आईपीओ को अभी तक इसलिए रोके रखा है क्योंकि एलआईसी विनिवेश को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहती है।
केंद्र अगर आगामी 12 मई के बाद आईपीओ लाने का फैसला लेता है तो वित्त मंत्रालय के विनिवेश विभाग को सेबी में फ्रेश ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल करना होगा। इसकी वजह यह है कि पहले जो डीआरएचपी दाखिल किया गया है, उसके हिसाब से 12 मई तक एलआईसी का आईपीओ लाना होगा।
बाजार के जानकारों की माने तो ऐसे में एलआईसी का आईपीओ अगामी अगस्त-सितंबर तक के लिए टल सकता है क्योंकि तिमाही नतीजे आने पर नए मूल्यांकन के साथ सेबी में फ्रेश डीआरएचपी दाखिल करना होगा। बता दें कि सरकार ने एलआईसी में अपनी पांच फीसदी हिस्सेदारी को बेचने के फैसला किया है।
आपको बता दें कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 में सरकार ने विनिवेश से 65,000 करोड़ रुपए प्राप्त करने का लक्ष्य रखा है। यह माना जा रहा है कि एलआईसी के आईपीओ से इस लक्ष्य को प्राप्त करना थोड़ा आसान हो जाएगा।
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