कानपुर/बीपी प्रतिनिधि। अलविदा की नमाज के बाद तमाम शिया रोजदार और मौलानाओं ने यौमे कुद्स मनाया गया। इस दौरान राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन भी भेजा गया। नमाज के बाद तमाम शिया जामा मस्जिद जूही सफेद कालोनी में इक्टठा हुए। दरअसल आतंकवाद के विरोध में हर साल अलविदा की नमाज के बाद शिया मुस्लिम यौमे कुद्स मनाते आ रहे हैं।
मौलाना अलमदार हुसैन ने कहा कि हर साल रमजान के आखरी जुमे को अन्तर्राष्ट्रीय कुद्स दिवस मनाया जाता है। फिलहाल दुनिया के तकरीबन 90 से अधिक देशों में कुद्स दिवस मनाया जा रहा है। इसमें इजरायली –फिलीस्तीनी युद्ध रोकने और दुनिया से आतंकवाद को खत्म करने की मांग रखी गई। इस दौरान पाकिस्तान और अफगानिस्तान में हिंसा के खिलाफ लोग तख्तियां लिए हुए थे।
मकबरा ग्वालटोली के इमाम ए जुमा शहर काज़ी मौलानअली अब्बास खां नजफी ने हुसैनी टाईगर की टीम के साद बैतुल मुकद्दस को आजाद कर शिया मुस्लिमों को सौंपने की मांग रखी। इस मौके पर कहा गया कि कभी भी कोई शिया आतंकवाद में लिप्त नहीं पाया जाता है। इस दौरान मौलाना सईद अब्बास, हामिद हुसैन, नुसरत अली आब्दी, इंतिखाब आलम व टाइगर हुसैनी के काशिफ् रिजवी, हाशिम रिजवी, ताहिर मेहंदी, कौसेन रिजव व मोहम्मद अब्बास मौजूद रहे।