स्टेट डेस्क: दिल्ली में 12 जनपथ स्थित रामविलास पासवान के बंगले को खाली करने के बाद शनिवार को पहली बार लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान पटना पहुंचे. पटना एयरपोर्ट पर उनके स्वागत के लिए समर्थकों और चाहने वालों की भीड़ लगी थी. इस दौरान पत्रकारों से चिराग पासवान ने बातचीत की. बंगला खाली होने के बाद उनका दर्द छलका.
चिराग पासवान ने कहा कि बंगला खाली कराने के पीछे साजिश है. उन्होंने बंगला खाली करने के बहाने बेइज्जत करने की बात कही. चिराग ने कहा- “मैं नाम नहीं लूंगा, लेकिन केंद्र के एक बड़े मंत्री ने मुझे एक दिन पहले अपने घर पर बुलाया और उन्होंने बता दिया कि बंगला खाली हो जाएगी जो चाह कर भी रोका नहीं जा सकता है.”
चिराग पासवान ने कहा कि एक साल पहले मेरे पिता रामविलास पासवान को भारत रत्न से सम्मानित किया गया. उनकी पत्नी और बच्चे को एक साल बाद बेइज्जत करके निकाला गया. मेरे पिताजी की तस्वीर पर लात रखी गई. हमलोग अभी नानी के घर रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि सबसे हैरत मुझे अपने चाचा पशुपति पारस की होती है कि किस तरह अपनी पार्टी का सम्मान नहीं किया और पार्टी तोड़ दी.