कानपुर/ बीपी प्रतिनिधि। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास अठावले के जनपद भ्रमण के दौरान सर्किट हाउस के सभागार में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कुशीनगर में आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मैंने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया व वहां उपस्थित लोगों से मैंने आवाहन किया कि यदि रोग को भगाना है तो योग करना है “करो योग, रहो निरोग” योग करने से शरीर मजबूत हो जाता है और हम मजबूत होंगे तो देश मजबूत होगा।
अग्निपथ योजना के संबंध में उन्होंने कहा कि देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के अधिकारियों के साथ बैठक कर यह निर्णय लिया है। अग्निपथ योजना नवयुवकों के हित के लिए है, क्योंकि एक साथ इतनी बड़ी संख्या में लोगों को सेना में भर्ती नहीं किया जा सकता है, लेकिन अग्निपथ योजना के अंतर्गत अधिक से अधिक नवयुवकों को इसका फायदा मिलेगा।
यह योजना नवयुवकों के हित में लाई गई है, लेकिन विभिन्न विपक्षी पार्टियों द्वारा इसका गलत प्रचार-प्रसार कर विरोध किया जा रहा है। नवयुवकों को भ्रमित किया जा रहा है जो बहुत दुखद है, सरकार की इस जनकल्याणकारी योजना की विपक्षियों को प्रशंसा करनी चाहिए थी। सरकार ने एक अच्छी भावना से यह निर्णय लिया था कि चार साल के लिए भर्ती कर लाखों लोगों को रोजगार दिया जा सकता है। नवयुवकों द्वारा इस योजना का जो इतना भारी विरोध किया जा रहा है, सरकार उस पर विचार कर रही है, सरकार ने नवयुवकों के हित में एक और बड़ा कदम उठाया है कि सेना में भर्ती के लिये 21 वर्ष की आयु सीमा को बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया गया है। उन्होंने नवयुवकों से अपील की इस योजना में यदि कोई कमी है तो संवाद कर उसका रास्ता निकाला जा सकता है।
शिवसेना के बागी हुए विधायकों के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को दोषी ठहराया। विधानसभा चुनाव में भाजपा और शिवसेना को महाराष्ट्र की जनता ने जनादेश दिया था। जनता के जनादेश का अपमान करते हुए शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस व एनसीपी के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाई। यह बेमेल गठबंधन था। शिवसेना के तमाम विधायक पार्टी नेतृत्व के इस फैसले से नाराज थे।
जिस कारण आज उन्होंने उद्धव ठाकरे के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। महाराष्ट्र में उथल पुथल मची हुई है।उधव ठाकरे को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है। उन्हें अपने पद से रिजाइन देना चाहिए।अग्निपथ योजना के बारे में उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार युवाओं की भलाई के लिए योजना लाई है। कांग्रेस सपा जैसी पार्टियों ने युवाओं को भड़काने का काम किया है। युवा बातचीत के जरिए इस समस्या का हल करा सकते हैं।