Bettiah/Awadhesh Kumar Sharma : पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया में कुछ ही घंटों की वर्षा ने बेतिया के विकास और सफाई की पोल खोल के रख दिया है। जी हां, पश्चिम चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया नगर की बात की जा रही है। वहां की स्थिति इतनी खराब है कि कहीं से नहीं लगता, यह बेतिया शहर हैं। जिधर देखो उधर जलजमाव का मंजर मिल जाएगा।
द्वारदेवी चौक से नया बाजार जाने वाली सड़क, राज ड्योढी (देवड़ी) की ओर जाने वाली सड़क, बेतिया का मीना बाजार, पावर हाउस चौक, संत कबीर रोड, कमलनाथ नगर, नगर थाना रोड, को देखा जा सकता हैं। थोड़ी सी वर्षा क्या हुई, सभी सड़के पूरी तरह जलमग्न हो गया है। कहीं से भी नहीं लगता बेतिया रहने वाला शहर है। सडकें इतनी खराब हो चली है कि उस पर साइकिल चलाना भी अब खतरे से खाली नहीं है। आश्चर्य की बात यह है कि बेतिया नगर परिषद रहते हुए कोई ठोस काम नहीं हुआ, ईश्वर के भरोसे यह शहर चलते रहा है। लेकिन अब इसे नगर निगम बना दिया गया है, देखना यह है कि इन सारे चुनौतियों को जब नगर परिषद रहते नहीं झेल पाया, तो क्या बेतिया नगर निगम बन जाने पर कितना झेल पाता है, यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
वर्षों से खराब सड़कें और जलजमाव का दंश बेतिया शहर झेलता आया और आज भी झेल रहा है। हां। यह अवश्य है कि पश्चिम चम्पारण बेतिया जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार के आदेश के बाद इस वर्ष बरसात से पूर्व नालियों की अच्छी सफाई हुई। स्वयं जिला पदाधिकारी अभी खड़े होकर सफाई का निरीक्षण करते रहें। जिसके कारण सड़क पर घंटो लगने वाला बरसात का पानी में कमी आई है, लेकिन परिस्थितियां बदली नहीं है।
ज्ञात हो कि इसी शहर में सांसद, विधायक और पूर्व विधायक का निवास भी है। वे इन सारी समस्याओं से अनभिज्ञ नहीं है, इसके अलावें भी कई जन प्रतिनिधि और पूंजीपतियों का यह शहर है। इसके बावजूद नगर वासी ऐसी खराब स्थिति में चलने को विवश हैं।
यह भी पढ़े..