भागलपुर विस्फोट: क्या टल सकता था धमाका? चार दिन पहले मिनी ट्रक से उतरा था बारूद!

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स्टेट डेस्क: भागलपुर के काजवलीचक विस्फोट मामले की परत अब धीरे-धीरे खुल रही है। घटनास्थल के समीप रह रहे लोग पुलिस व मीडिया से कांड को लेकर दबी जुबान में राजफाश कर रहे हैं। स्थानीय लोगों ने पुलिस-प्रशासन को अवैध पटाखा निर्माण व बेचने में संलिप्त लोगों के नाम-पता तक बताए हैं। लोगों ने जानकारी दी कि चार दिन पहले ही यहां रात में एक मिनी ट्रक आजाद की ग्रिल फैक्ट्री के सामने लगा था। 

पड़ोस की महिला ने सफेद बोरे से उतरते सामान को लेकर विरोध जताया तो गणेश ने खिलौना व अबीर-गुलाल होने की बात कह गलत चीज होने से इनकार कर दिया था। चूंकि, गणेश के समर्थन में शीला-लीला का पूरा परिवार बाहर आ गया तो पड़ोसियों ने चुप रहने में ही भलाई समझी। घटना से एक दिन पहले भी रात में दो ई-रिक्शा से कुछ लोग बोरे में बंद सामान लीला के यहां से ले गए थे। बोरा में क्या था, नहीं पता। 

पुलिस-प्रशासन इस सूचना की गहराई से जांच करा रही है। कुछ सीसीटीवी फुटेज जुटाने की कोशिश हो रही है। आधिकारिक रूप से कोई अधिकारी इस संबंध में कुछ कहने को तैयार नहीं हैं। डीएसपी प्रकाश कुमार ने कहा कि अभी पूरे मामले की हरेक एंगल पर जांच हो रही है। जब तक ठोस सबूत हाथ आ नहीं आ जाता, कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी। एसआईटी पूरे मामले की जांच में जुटी है।