स्टेट डेस्क: पटना ED ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गया के एक बड़े कारोबारी दंपति के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की है। ED ने 8 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त कर लिया है। हालांकि फिलहाल मौके पर पहुंच कर लीगल तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। लेकिन संपत्तियों को जब्त करने के आदेश हो गए हैं।
हालांकि यह मामला 2016 का है, जब नोटबंदी के दौरान गया में बैंक ऑफ इंडिया के जीबी रोड ब्रांच में करोड़ों रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग पर बड़े कारोबारी धीरज जैन और उनकी पत्नी रिंकी जैन की चल-अचल संपत्ति, लगभग 8 करोड़ रुपए अस्थाई तौर पर जब्त कर लिया है। कारोबारी धीरज जैन मेमर्स सर्वोदय ट्रेडर्स के मालिक हैं।
ईडी ने इनके और इनकी पत्नी के नाम पर साढ़े 7 करोड़ के 13 प्लॉट और बैंकों में जमा लगभग 57 लाख रुपए जब्त किए हैं। इनके बारे में बताया जाता है कि जिले भर में यह सरसों तेल व डालडा के सबसे बड़े कारोबारी थे। वर्ष 2016 में सिविल लाइन थाना में कराए गए दो मामलों के आधार पर प्रीवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत जांच शुरू की गई थी।
जांच के बाद यह बात सामने आई थी कि गया के एक बड़े कारोबारी मोतीलाल ने जीबी रोड स्थित बैंक ऑफ इंडिया के कर्मियों के साथ सांठगांठ से कई बैंक खातों का दुरुपयोग किया था। अपने खातों में लगभग ₹44 करोड़ रुपए अवैध तरीके से जमा कराए थे।
इस रकम को अलग-अलग लोगों के बैंक खातों और फर्म के नाम पर ट्रांसफर किया गया था, जिसमें धीरज जैन भी शामिल थे। फिलहाल मोती लाल पटवा जेल में बंद हैं। धीरज को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में कई महीनों बाद वह जेल से छूट कर आये थे। फिलहाल वो गया में नहीं है।