Patna / Rajan Dwivedi: भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने प्रसिद्ध रंगकर्मी प्रसाद रत्नेश्वर को बिहार से पूर्व क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र, कोलकाता के शासक मंडल बोर्ड ऑफ गवर्नर्स का सदस्य नामित किया है। प्रसाद रत्नेश्वर मोतिहारी बिहार के रहने वाले हैं। नाटक के क्षेत्र में उच्चतर शिक्षाप्राप्त रत्नेश्वर 38 वर्षों से लगातार रंगमंच पर सक्रिय हैं। वे 14 वर्षों तक बिहार संगीत नाटक अकादमी की कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके हैं।
निलही कोठी, आदमख़ोर फ़ैसला, राजनीति का स्वांग,पटना टाइम्स सहित अनेक नाटकों का लेखन एवं निर्देशन किया है। उनके नाटक पटना टाइम्स को प्रेसिडेंशियल अवार्ड मिल चुका है। बिहार के शहरों के अलावे दिल्ली में भी उनके नाटक मंचित हैं। राष्ट्रीय विरासतों एवं धरोहरों को बचाने का जनान्दोलन चम्पारण महोत्सव के प्रणेता हैं। गंडक नदी घाटी में विकसित थारू जनजाति की सभ्यता-संस्कृति पर अपने शोधपत्र को चीन के अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करना उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय ने बिहार, असम, झारखंड, मणिपुर,ओड़िसा, सिक्किम, त्रिपुरा, प.बंगाल तथा अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह से नौ लोक एवं जनजातीय कला विशेषज्ञों को इज़ेडसीसी के शासक मंडल का सदस्य नामित किया है। सभी सदस्यों का कार्यकाल दो वर्षों का होगा।