Delhi : भारत में बागवानी फसलों का रकबा बढ़ रहा है। बागवानी फसलों की खेती के लिये सरकार भी तरह-तरह की योजनायें चला रही है। बिहार राज्य सरकार भी किसानों को फल, फूल, मधुमक्खी पालन और विभिन्न बागवानी फसलों की खेती के लिये 75 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है.
राज्य में बागवानी फसलों के साथ-साथ मधुमक्खी पालन के लिये भी किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। करीब 90 प्रतिशत Subsidy on Honey farming का प्रावधान किया गया है। किसान चाहें तो सब्सिडी का लाभ लेकर कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। National Horticulture Mission और Chief Minister Horticulture Mission Scheme के तहत बिहार राज्य सरकार द्वारा ड्रैगन फ्रूट की खेती, स्ट्रॉबेरी की खेती, अनानास की खेती, खुले फूलों की खेती, मसालों की खेती, सुगंधित पौधों की खेती, पपीता की खेती के लिये आर्थिक अनुदान Subsidy on Fruits Cultivation दिया जा रहा है।
इस योजना के तहत ड्रैगन फ्रूट और स्ट्रॉबेरी की खेती के लिये 40 प्रतिशत तक अनुदान की सिफारिश की गई है। अनानास, गेंदा समेत खुले फूलों की खेती, मसाले की खेती और दूसरे सुगंधित पौधों की खेती के लिये 50 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान है। वहीं पपीता की खेती के लिये राज्य सरकार की तरफ से 75 प्रतिशत तक आर्थिक अनुदान दिया जायेगा। मधुमक्खी पालन को भी काफी बढ़ावा दिया जा रहा है , राज्य सरकार द्वारा जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक मधुमक्खी पालन, शहद प्रसंस्करण, मशरूम, प्लास्टिक कैरेट और फ्रूट ट्रैप बैग के लिये भी 50 से 90 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जायेगा।
शहद के लिये कॉलोनी सहित मधुमक्खी बॉक्स, मधु निष्कासन यंत्र और प्रसंस्करण के लिये सामान्य वर्ग के किसानों को 75% तक अनुदान और एससी-एसटी वर्ग के किसानों को 90% तक सब्सिडी दी जायेगी। इसी श्रेणी में प्लास्टिक कैरेट, लेनो बैग और मशरूम कीट वितरण के तहत 90 प्रतिशत तक अनुदान का प्रावधान है। किसान चाहें को फ्रूट ट्रैप बैग के लिये आवेदन करके 50 प्रतिशत तक अनुदान ले सकते हैं।
बिहार राज्य में बागवानी और इससे संबंधी कार्यों पर सब्सिडी योजना का लाभ उटाने के लिये 10 सितंबर से आवेदन खोल दिये गये हैं। किसान चाहें तो बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट http://horticulture.bihar.gov.in/ पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. होमपेज पर पहुंचते ही Dash Board पर क्लिक करें, जिसके बाद CMHM/NHM के ऑपशन पर क्लिक करना होगा। नया वेबपेज खुलते ही ‘आवेदन करें’ पर क्लिक करें और आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन करके सब्सिडी योजना (National Horticulture Mission) का लाभ ले सकते हैं।