स्टेट डेस्क: बिहार में कोरोना की सख्ती में छूट देते ही संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं। महज 3 दिनों में ही संक्रमण के नए मामले 235 से 281 हो गए हैं। इसके पहले कोरोना की रफ्तार घटते क्रम में थी लेकिन फिर बढ़ने लगी है। स्कूल और मंदिर और सिनेमा घर के साथ अन्य मनोरंजन के स्थान खुलने के बाद यह स्थिति बन रही है।
संक्रमण की बढ़ती रफ्तार बता रही है कि लोग कोविड प्रोटोकाॅल को लेकर गंभीर नहीं है, संकेत लापरवाही का दिखाई दे रहा है। आलम यह है कि नए संक्रमण के मामले में बिहार देश में 25वें नंबर से फिर 23वें नंबर पर आ गया है।
कोरोना ऐसे ही धीमी रफ्तार में तेजी पकड़ा था। फिर कुछ वैसी ही रफ्तार है। राज्य में 20 दिसंबर को महज 5 नए मामले आए थे लेकिन 14 जनवरी को 12934 नए मामले हो गए। दिसंबर के अंतिम सप्ताह से केस बढ़ना शुरु हुआ था और देखते ही देखते अचानक से स्थिति गंभीर हो गई। ओमिक्रॉन के मामले अधिक आए और स्वास्थ्य विभाग ने भी कम्युनिटी स्प्रेड मान लिया। राज्य सरकार को पाबंदी बढ़ानी पड़ी।
स्कूल कॉलेज के साथ सभी शिक्षण संस्थानों काे बंद करना पड़ा। पार्क और मनोरंजन के अन्य संसाधनों के साथ मॉल और अन्य व्यवसायिक कॉम्पलेक्स तक बंद कर दिए गए। लेकिन कोरोना की गाइडलाइन का ठीक से पालन कराया गया जिससे संक्रमण के मामले जिस तेजी से बढ़े उसी तरह तेजी से कम भी होते गए।
बिहार सरकार ने कोरोना मामला 300 के अंदर आते ही फिर 7 फरवरी से सख्ती घटा दी। स्कूल कॉलेज के साथ पार्क और मंदिर के साथ मनोरंजन के साधन तक सामान्य हो गए। इसके बाद अब फिर कोरोना का बढ़ता मामला सताने लगा है।
पाबंदी हटते ऐसे बढ़ रहा कोरोना
- 7 फरवरी – 235
- 8 फरवरी – 273
- 9 फरवरी – 281