स्टेट डेस्क: झारखंड के देवघर स्थित त्रिकूट रोपवे हादसे में बचाव कार्य जारी है। पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी है कि अब तक 37 लोगों को बचा लिया गया है। वहीं, 10 लोग अभी भी तीन केबल कार में फंसे हुए हैं। राज्य के मुख्मयंत्री हेमत सोरेन ने सोमवार को घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। बचाव कार्य में भारतीय सेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और स्थानीय पुलिस जुटी हुई है।
हवा में फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए भारतीय सेना के एक Mi-17 और एक Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर की मदद ली जा रही है। वहीं, अब तक बचाए गए लोगों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खबर है कि लंबे समय तक ऊंचाई पर फंसे रहने के कारण कई लोग बीमार हो चुके हैं। झारखंड पर्यटन विभाग के अनुसार, यह भारत का सबसे ऊंचा वर्टिकल रोपवे है।
समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पीएम और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बीच चर्चा भी हो चुकी है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि यह पहली बार है जब भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना, एनडीआरएफ और आईटीबीपी ने जिला प्रशासन के साथ मिलकर ऑपरेशन चलाया है।