Muzaffarpur/Brahmanand Thakur : पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा चलाये जा रहे पशु स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम के अन्तर्गत एच० एस० + बी० क्यू० (गलाघोंटु एवं लंगड़ी बुखार) टीकाकरण का उद्घाटन जिलाधिकारी ने आज स्थानीय गोशाला में किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग एवं पशुपालक उपस्थित थे। उपस्थित पशुपालकों को सम्बोधित करते हुए डीएम ने कहा कि यह बीमारी बहुत ही खतरनाक है, जिसकी रोकथाम हेतु पशुओं को इन रोगों से बचाव के लिए टीका अवश्य लगवा दें। इस टीकाकरण से पशुओं में फैलने वाली उपरोक्त दोनों रोगों से बचाव होता है। पशुओं को टैग लगाते हुए टीकाकरण अवश्य करावें।
जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ० घनश्याम मोदी द्वारा बताया गया कि गलाघोटु रोग में पशुओं के गले में सूजन, घड़घड़ाहट एवं पशुओं में तेज बुखार रहता है। इसी प्रकार लंगड़ी बुखार में खासकर युवा पशुओं में बुखार लंगड़ापन एवं पैर के जांघ में सूजन होते है, जिसे दबाने पर कड़कड़ाहट की आवाज आती है। रोग के लक्षण प्रकट होने पर पशुओं को स्वस्थ्य पशु से अलग चाहिये, साथ ही स्थानीय पशु चिकित्सक से तत्काल सम्पर्क कर चिकित्सा प्रारंभ कर कर देना देनी चाहिये यदि समय पर उपचार नहीं कराया जाता है तो 5 से 7 दिनों में गलाघोंटू से पशुओं की मृत्यु भी हो सकती है।
उनके द्वारा यह भी बताया गया कि मुजफ्फरपुर जिला में 613000 खुराक टीकौषधि प्राप्त हुआ है। इस टीकाकरण अभियान में पशुपालन विभाग द्वारा निजी टीकाकर्मियों के माध्यम से घर-घर जा कर पशुओं को निः शुल्क टीकाकरण कार्य कराया जाएगा। पशुपालक किसी भी विशेष प्रकार की जानकारी के लिए स्थानीय पशु चिकित्सालय से सम्पर्क कर सकते है। उद्घाटन कार्यक्रम में डॉ० सुधेन्दु पशु शल्य चिकित्सक, मुजफ्फरपुर, डॉ० मनोज कुमार दास, अवर प्रमण्डल पशुपालन पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर, डॉ० कुमार प्रफुल्ल चन्द्र, भ्रमणशील पशुचिकित्सा पदाधिकारी (चलन्त) गुजफ्फरपुर, डॉ० अवधेश कुमार, सहायक कुक्कुट पदाधिकारी, मुजफ्फरपुर, सचिव गोशाला मुजफ्फरपुर सहित विभागीय पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।