बक्सर,विक्रांत। राज्य सरकार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि जल्द ही पूरे राज्य के प्रत्येक कृषि वैज्ञानिक को एक-एक प्रखंड सौंपा जाएगा। जो प्रखंड के सरकार के कृषि पदाधिकारी, किसान समन्वयक एवं किसान सलाहकार के ज्ञान को अपडेट करने का काम करेंगे व तकनिकी प्रक्षिक्षण प्रदान करेंगे।
साथ ही उनके साथ मिल जुलकर कृषि कार्य को बढ़ावा देने में भूमिका निभाएंगें। कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य में कृषि महाविद्यालय व विश्वविद्यालय का निर्माण किसानों की खून-पसीने के कमाई की राशि से प्राप्त टैक्स द्वारा किया गया है। इस बात को हमेशा याद रखना जरूरी है। कृषि मंत्री ने कहा कि खेती में किसानों की वास्तविक चुनौतियों से वैज्ञानिको को रूबरू होने की जरूरत है।
उक्त बातें कृषि मंत्री श्री सिंह ने शुक्रवार को डुमरांव स्थित कृषि महाविद्यालय का निरीक्षण करने के बाद सभा कक्ष में अधिकारियों के साथ आयोजित संवाद कार्यक्रम के बीच महाविद्यालय के छात्र छात्राओं की समस्याओं को सुनने के दरम्यान कही। उन्होनें छात्र व छात्राआंे को संबोधित करते हुए कहा कि आप काफी सौभाग्यशाली छात्र छात्राएं है। जो 25 एकड़ में निर्मित कृषि कालेज में महज 60 छात्र छात्राएं पढ़ते है।
आप मन लगाकर पढ़िए और पढकर राज्य के विकास में योगदान दिजीए। महज पैसा कमानें के लिए मत पढ़िए। जीवन में समस्याएं बनी रहती है। समस्याओं से जूझते हुए आगे बढना ही बहादुरी है। उन्होनें कहा कि देश व प्रांत के विकास में योगदान देने वाले का इतिहास लिखा जाता है। उन्होनें छात्र छात्राओं को पठन पाठन के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि आप अपनी प्रतिभा को बढ़ाईए और जीवन में आगे बढ़िए।
उन्होनें कहा कि कालेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राआंें की हरेक समस्या का अवश्य निदान करने का कार्य करूंगा। उन्होने कहा कि कृषि के क्षेत्र में उत्पादन व उत्पादकता के साथ मूल्य वर्द्धन करना जरूरी है। राज्य सरकार ने कृषि के क्षेत्र में सर्वाधिक धन निवेश करनंे का काम किया है। कृषि मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के अनुसार खेती करना और कृषि कार्य के दरम्यान वास्तविक चुनौतियां अलग है।
वर्तमान वैज्ञानिको से कैमूर जिला के किसान डेमोसेशन मामले में आगे है। इसके पूर्व कृषि मंत्री द्वारा वीर कंुवर सिंह की प्रतिमा पर माल्र्यापण, महाविद्यालय के परिसर में पौधा रोपण एवं महाविद्यालय परिसर स्थित प्रयोगशालाओं व छात्र छात्राओं के छात्रावास का निरीक्षण किया।
पहली बार कृषि व कृषि अभियंत्रिकी महाविद्यालय परिसर में पहुंचे प्राचार्य द्वय डा.जे.पी.सिंह व डा.रियाज अहमद नें कृषि मंत्री को वीर कुंवर सिंह की प्रतिमा भेंट कर व अंगबस्त्र पहना कर भव्य स्वागत किया। इस मौके पर राजद के जिलाध्यक्ष शेषनाथ सिंह, संतोष भारती, रामेश्वर सिंह, अमरेन्द्र केवट, हरेन्द्र सिंह एवं महंथ सिंह आदि मौजूद थे। बता दें, कृषि मंत्री सुधाकर सिंह डुमरांव अंचल के कोपवां गांव में अन्नत चर्तुदशी के मौके पर पर परम्परागत तौर पर आयोजित होने वाले कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद कृषि महाविद्यालय के कार्यक्रम में पंहुचे हुए थे।