स्टेट डेस्क: होली से ठीक पहले एक और भ्रष्ट सरकारी इंजीनियर हरेकृष्ण प्रसाद पर निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने छापा मारा। जल संसाधन विभाग में तैनात इंजीनियर के पटना और सीवान के ठिकानों पर बुधवार सुबह से ही टीमें सर्चिंग कर रही हैं।
पटना के ठिकाने से 53 लाख कैश, 200 ग्राम सोने-चांदी की ज्वैलरी बरामद किए गए हैं। टीम को 5.50 लाख रुपए की पुरानी करेंसी और 8-10 बैंक पासबुक भी मिला है। पूरी जांच के बाद और संपत्ति का खुलासा हो सकता है।
इंजीनियर हरेकृष्ण प्रसाद की काफी समय से सीवान जिले में पोस्टिंग है। इंजीनियर मूल रूप सुपौल जिले का रहने वाला है। पटना में रूपसपुर थाना के तहत गोला रोड में स्थित एक अपार्टमेंट में उसका फ्लैट है।
यहां वह परिवार के साथ रहता है। पटना स्थित निगरानी मुख्यालय को इनके खिलाफ लगातार शिकायत मिल रही थी। टेंडर और उसके बिल को पास करने के मामले में रिश्वत लेने का खेल चल रहा था।
मिल रही सूचनाओं के आधार पर निगरानी मुख्यालय ने जांच के लिए एक टीम बनाई थी। जांच में सूचनाएं सही मिली। हरे कृष्ण प्रसाद ने जमकर काली कमाई की और अकूत संपत्ति अर्जित की।
ठोस आधार मिलने के बाद ही निगरानी ने भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज किया। इसके बाद ही बुधवार सुबह छापेमारी की गई। भ्रष्टाचार कर उसके जरिए इन्होंने ने कितना कैश जमा किया? कहां-कहां संपत्ति बनाई? आर्थिक तौर पर किए गए हर इन्वेस्टमेंट को खंगाला जा रहा है।