पटना: पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक से नाराज बीजेपी नेताओं का प्रदर्शन जारी है. देशभर में बीजेपी के नेता राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने में लगे हुए हैं. साथ ही पंजाब सरकार द्वारा किए गए कथित साजिश पर न्यायिक जांच कराने के लिए राष्ट्रपति के नाम पत्र भेज रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को बिहार बीजेपी के डेलिगेशन ने पटना स्थित राजभवन पहुंचकर राज्यपाल को पत्र सौंपा है.
राज्यपाल से मिलने पहुंचे नेताओं में बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय, वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज सिंह बबलू, बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री देवेश कुमार शामिल थे. ज्ञापन सौंपने के बाद नेताओं ने मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए पंजाब सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया.
इस दौरान मंत्री रामसूरत राय ने कहा, ” बहुत ही दुख की बात है कि कांग्रेस ने देश के प्रधानमंत्री के साथ ऐसा किया. वो भी पाकिस्तान के बॉडर के बगल में. ऐसे में मैं राष्ट्रपति से मांग करता हूं कि वे बिना देर किए वहां राष्ट्रपति शासन लागू हो. वहां जो खुद को किसान नेता बता रहे हैं, वो किसान नेता नहीं आतंकवादी नेता हैं, जिन्होंने ऐसे काम को अंजाम दिया है. ऐसे में बिना कोताही के उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हो. इन्हीं मांगों को लेकर हम राज्यपाल से मिलने आए थे, लेकिन वो नहीं थे तो उनके सचिव से मिलकर ज्ञापन सौंप दिया गया है. उनसे टेलीफोनिक बातचीत हुई है और इस पर आगे कार्रवाई भी की जाएगी. “
किसानों को बताया आतंकवादी
मंत्री रामसूरत राय ने कहा, ” किसान खेत में काम कर रहे हैं. वहीं, जिन्होंने इस तरह का काम किया है, वो किसान नहीं, आतंकवादी हैं. वैसे आतंकवादी किसान जो कांग्रेसी हैं. उन्होंने ऐसी घटना को अंजाम देने का प्रयास किया है. उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.” उन्होंने कहा, ” ये प्रधानमंत्री से जुड़ा मामला है, इसलिए ये उनके राज्य की जवाबदेही है. उनके पदाधिकारी की जवाबदेही होती है. इसलिए वो इससे बचने के लिए खुद दस गुंडे से घिरवाकर कहते हैं कि मुझे भी घेर लिया गया है. ये कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.”