अल्फा शिक्षा प्रणाली से पांच-सात साल के बच्चों ने फर्राटे से पढ़ा हिंदी और अंग्रेजी का अख़बार

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बाराबंकी, बीपी प्रतिनिधि। रानी शांति देवी सिटी इंटर नेशनल स्कूल के 5 से 7 साल के बच्चों ने हिंदी और अंग्रेजी के अखबार पढ कर दिखाया। यह संभव हुआ अल्फा शिक्षा प्रणाली से जो शिक्षा की पुरानी पद्धति को बदल देने वाली प्रक्रिया है।

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आज रानी शांति देवी सिटी इंटरनेशनल स्कूल के 5 से 7 साल के बच्चों ने हिंदी और अंग्रेजी के अखबार पढ़कर और एक कक्षा आगे की गणित के सवाल हल करके सबको हैरान कर दिया। इन बच्चों के इस कौशल का श्रेय अल्फा शिक्षा प्राणाली को जाता है। कार्यक्रम के कार्यक्रम के मुख्य अतिधि एम एल सी श्री अंगत सिंह ने कहां है कि नन्हे-मुन्ने बच्चों का अखबार पढ़ते हैं एक अच्छा आगे गणित के सवाल हल करते देख बहुत आनंद आया जिसका अधिक सशक्तिकरण हो सकता है जैसा कि इन सभी बच्चों के लिए शिक्षा को परिवर्तित कर रहे हैं ।

डॉ सुनीता गांधी सीआईएस के निदेशक और परिवर्तनकारी ग्लो क्रीम एक्सीलरेटिंग लर्निंग फॉर ऑल अल्फा शिक्षा प्रणाली की रचयिता ने कहा शिक्षा की पारस्परिक समस्या गति रही है, जब बच्चे तेजी से पढ़ते हैं तब उनकी क्षमता बढ़ती है। जोड़े में पढ़ने की इस प्रक्रिया के बच्चे से बच्चे 21वीं सदी के कौशल सीख रहे हैं। अल्फा शिक्षा प्रणाली शिक्षा की पुरानी पद्धति को बदल देने वाली प्रक्रिया है।

विशिष्ट अतिथि विजय कुमार त्रिवेदी एसडीएम रामसनेहीघाट ने अध्यापकों को बधाई दी और बच्चों को सबसे अलग तरीके से पढ़ते रहने का आशीर्वाद दिया। नूर आलम चेयरमैन दरियाबाद और श्री अंगद सिंह मौके पर आए और सी आई एस टीम को आशीर्वाद दिया कि वे एऐसे ही हथौधा बाराबंकी में परिवर्तन कार्य शिक्षा देते रहे जैसा कि पहले कभी नहीं हुआ अतिथियों ने कक्षा केजी कक्षा 1 और कक्षा दो बच्चों से बातें की उन्होंने कुछ बच्चों को चुना और उनसे अपना पढ़ने को कहा उन्हें सभी बच्चों को स्थिरता और आत्मविश्वास से अखबार पढ़ते देख हैरानी हुई।

निधि और ओझ सिंह कक्षा यूकेजी की मां ने कहा मेरे बेटे के पढ़ने का कौशल बहुत बेहतर हुआ रितु प्रभा शुक्ला कक्षा एक की मां सीआईएस ऐसी तकनीकी लाने के लिए धन्यवाद देती हूं। मेरी बेटी दिन भर उपयोगी गतिविधियों में व्यस्त रहती है। अहमद कुरैशी निघत जहाँ कक्षा एक के पिता ने कहा हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे बच्चे इन पुस्तकों का फायदा उठा पा रहे क्योंकि पढ़ने की क्षमता ही शिक्षा की नींव होती है। मुझे गर्व है कि मेरी बेटी सीआईएस का हिस्सा है रोल त्रिपाठी, सुपरियर प्रिंसिपल सीआईएस ग्रुप ऑफ स्कूल्स ने कहा सीआईएस हर कक्षा स्तर पर नवाचार कर रहा है। जब बच्चे खुशी से और तेज गति से पढ़ते हैं तो सब को अच्छा लगता है।

अल्फा 1 क्र्रेस कोर्स है जो अध्यापकों के पास कभी नहीं था सीआईएएस हथौधा के हेड मास्टर, श्री संजय सिंह ने कहा अल्फा बहुत ही अलग है बच्चे खुद से समझकर क्लास में पढ़ते हैं।

अल्फा ने हमारे काम को आसान कर दिया और बच्चों के लिए शिक्षा को और अधिक प्रभावी कर दिया है। 3 साल के बच्चों शुरुआत में तीन अक्षर वाले शब्द और कुछ हफ्तों में पूरे वाक्य पड़ने लगते हैं। 5 साल और उसके आगे के बच्चे 3 महीने में ,और 7 साल के बच्चे 1 महीने में अखबार और कहानियां पढ़ लेते हैं। स्कूल ने बहुत सारी प्रेंटेड किताबे रखने और पेरेंट्स के साइन करने के लिए रीडिंग लॉग के अलावा बहुत सी कहानियां के ऐप प्रोवाइडर्स से टाईअप किया हैं। पढ़ने के पुराने तरीकों पर वापस जाने का कोई कारण नहीं है।