विपिन कुमार। राजद से इस्तीफा देने वाले पूर्व मंत्री श्याम रजक फिर एकबार जदयू में शामिल हो गए हैं. रविवार को पटना में एक मिलन समारोह का आयोजन किया गया. जहां जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने उन्हें जदयू में शामिल किया. मंत्री विजय चौधरी व जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा समेत पार्टी के कई दिग्गज नेता इस दौरान उपस्थित रहे.
श्याम रजक ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया और आरजेडी पर जमकर हमला बोला. उन्होंने जदयू का दामन फिर एकबार थामने की वजह भी बताई. श्याम रजक को जदयू नेता संजय झा ने पार्टी की सदस्यता दिलाई. अपने संबोधन में श्याम रजक ने कहा कि मुझे महसूस हो रहा था कि नीतीश कुमार ने बिहार की तस्वीर बदलने की कोशिश की है.
मैं अपना गुनाह कबूल करता हूं कि मैं राजद में गया था. मुझे लगा था कि समाज के सबसे पीछे बैठे व्यक्ति का विकास कर सकूंगा. लेकिन नीतीश कुमार के विकास कार्यों में बाधा डालने का काम आरजेडी कर रही थी. जिस दल में था वहां समाजवाद की बात होती है लेकिन समाजवाद वहां परिवारवाद में चला गया. समाजवाद भ्रष्टाचार में चला गया.
श्याम रजक ने कहा कि मैं घुटन और अपमानित महसूस कर रहा था. मेरा सौभाग्य है कि मैंने नीतीश कुमार के साथ काम किया. मुझे जदयू के बड़े नेता तब मना कर रहे थे. लेकिन तब मजबूरियां थी और भवावेश में मैनें फैसला ले लिया था. चार साल मैनें प्रयास किया कि परिस्थितियां बदले लेकिन काम के लिए वहां राजनीति नहीं होती है.
श्याम रजक ने कहा कि मैंने अहसास दिलाने का काम किया कि जिस दलित और महादलित समुदाय, अल्पसंख्यक जिसकी वकालत आप करते हैं, उसे भी अहसास हो कि आप उसके लिए कुछ करते हैं. लेकिन उन्हें (RJD) करना है केवल अपने, अपने परिवार के लिए, निकटतम के लिए और भ्रष्टाचार बढ़ाने के लिए है.
श्याम रजक ने कहा कि राजद के लोग कह रहे हैं कि सत्ता के लिए गए हैं. मैं तो मंत्री पद छोड़कर जदयू से राजद में गया था. लेकिन मेरा नाजायज फायदा उठाया गया और दुरुपयोग किया गया. जब इसकी सीमा पार हो गयी तो वापस जदयू में लौट गया. श्याम रजक ने कहा कि मैं अपने नेता नीतीश कुमार के प्रति नतमस्तक हूं.