बेतिया रेलवे स्टेशन पश्चिम गुमटी बंद होने से घंटो हुई परेशानी

ट्रेंडिंग बेतिया

माल ट्रेन का शंटिंग इंजन में अचानक आई खराबी के कारण रेलवे गुमटी बंद

Bettiah/Awadhesh Kumar Sharma: पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया अंतर्गत रेलवे स्टेशन पश्चिम गुमटी पर शंटिंग इंजन के अचानक खराब होने के कारण आवागमन ठप्प हो गया। आरपीएफ आउट पोस्ट प्रभारी अशोक यादव ने बताया कि जब मालगाड़ी का डिब्बा को खाली कर कर शंटिंग इंजन अपने गंतव्य की ओर जाने वाली थी, तभी स्टेशन के पश्चिम गुमटी के पास इंजन में अचानक खराबी आ गई। जिससे बानूछापर से कलेक्ट्रियट क्षेत्र और कलेक्ट्रिट क्षेत्र से बानू छापर जाने वालों को काफ़ी परेशानी हुई।

उसके बाद दूसरा इंजन कुमारबाग से आई तो खराब इंजन को हटाया गया, जिससे आवागमन फिर से प्रारंभ हो गया। शीघ्र अन्य खाली डिब्बों को हटा दिया जाएगा, जिससे आवागमन बाधित नही हो। इस बावत रेल अधीक्षक अनंत कुमार बैठा से पूछा गया कि मालगाड़ी का इंजन कितने समय से लेकर कितने समय तक खराब रहा तो उन्होने कुछ बताने से मना कर दिया और कहा कि सीनियर पदाधिकारी से पूछ लें, वही बताएंगे वे कुछ नहीं बता सकते। रेलवे स्टेशन अधीक्षक बताने पर अनुसार जब सीनियर पदाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल का रिस्पॉन्स नहीं लिया। बिहार में केंद्र अथवा राज्य सरकार के कर्मी और पदाधिकारी का कॉल रिस्पॉन्स नही लेना लोकतंत्र के लिए खतरा के समान है।: पश्चिम चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया अंतर्गत रेलवे स्टेशन पश्चिम गुमटी पर शंटिंग इंजन के अचानक खराब होने के कारण आवागमन ठप्प हो गया।

आरपीएफ आउट पोस्ट प्रभारी अशोक यादव ने बताया कि जब मालगाड़ी का डिब्बा को खाली कर कर शंटिंग इंजन अपने गंतव्य की ओर जाने वाली थी, तभी स्टेशन के पश्चिम गुमटी के पास इंजन में अचानक खराबी आ गई। जिससे बानूछापर से कलेक्ट्रियट क्षेत्र और कलेक्ट्रिट क्षेत्र से बानू छापर जाने वालों को काफ़ी परेशानी हुई। उसके बाद दूसरा इंजन कुमारबाग से आई तो खराब इंजन को हटाया गया, जिससे आवागमन फिर से प्रारंभ हो गया। शीघ्र अन्य खाली डिब्बों को हटा दिया जाएगा, जिससे आवागमन बाधित नही हो।

इस बावत रेल अधीक्षक अनंत कुमार बैठा से पूछा गया कि मालगाड़ी का इंजन कितने समय से लेकर कितने समय तक खराब रहा तो उन्होने कुछ बताने से मना कर दिया और कहा कि सीनियर पदाधिकारी से पूछ लें, वही बताएंगे वे कुछ नहीं बता सकते। रेलवे स्टेशन अधीक्षक बताने पर अनुसार जब सीनियर पदाधिकारी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल का रिस्पॉन्स नहीं लिया। बिहार में केंद्र अथवा राज्य सरकार के कर्मी और पदाधिकारी का कॉल रिस्पॉन्स नही लेना लोकतंत्र के लिए खतरा के समान है।

यह भी पढ़े..