Unnao, Ashok Tiwari : गांवों को साफ सुथरा रखने के लिए सरकार ने ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मचारियों की भर्ती किया था,ताकि, गांव का वातावरण साफ सुथरा रहे।छोटी पंचायतो में एक, तथा बड़ी पंचायतों में दो या तीन सफाई कर्मचारियों की तैनाती है लेकिन सच यह है कि, पुरवा तहसील क्षेत्र की तीन ब्लाकों पुरवा, असोहा,हिलौली तकरीबन दो सौ पंचायतों तथा इनके छोटे बड़े मजरो में कभी कोइ कर्मचारी नहीं जाता, अगर सूत्रों की मानें तो गावो के प्रधान या तो इनसे सुविधा शुल्क लेते हैं या अपना कोई निजी काम करवाते हैं।
प्रधानो,ग्राम बिकास अधिकारियों को ख़ुश रखना जरूरी है क्योंकि सफाई कर्मचारियों का वेतन इन्हीं दोनों के हस्ताक्षर करने से ही निकलता है, गांवों की नाली खड़ंजे गली कूचे सब बजबजा रहे हैं और खंडबिकास अधिकारी, डीपीआर ओ सब तमाशाई बने हैं असोहा खंड बिकास अधिकारी,अधिकारी तो कम सत्ता पंक्ष तथा अधिकारियों के बगल गीर ज्यादा है। यही हाल एडियो पंचायत असोहा का है।
फिलहाल असोहा ब्लाक की 62 पंचायतों तथा इनके मजरो में गंदगी से हालत खराब है सफाई कर्मचारी मनमानी पर उतारू है अधिकारी तथा प्रधान तमाई है जनपद के अधिकारी भी सफाई कर्मचारियो पर मेहरबान है।