स्टेट डेस्क: अब VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी का क्या होगा? राजनीतिक कार्यकर्ता बिहार की राजनीति में ऊपजे इस सवाल पर सबसे अधिक चर्चा कर रहे हैं। सहनी का MLC का कार्यकाल 21 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है।
विनोद नारायण झा, बेनीपट्टी से विधानसभा चुनाव जीते थे और उसके बाद उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता छोड़ दी थी। इसी सीट पर मुकेश सहनी को BJP ने MLC बनाया था, जबकि वह 6 साल यानी पूरे टर्म वाली सीट चाहते थे, लेकिन भाजपा ने ‘छोटे कूपन वाली सीट’ देना ही मुनासिब समझा।
भाजपा कहती है नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें सहनी
सीसहनी ने उत्तर प्रदेश चुनाव में यहां तक कह दिया था, ‘हमको वोट देना हो तो दें नहीं तो भाजपा को हराने वाले को वोट दें’। उन्होंने भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार भी दिया था। UP में उम्मीदवार JDU ने भी दिया था, लेकिन वहां प्रचार करने न तो नीतीश कुमार गए और न ही JDU की तरफ से भाजपा को आहत करने वाला बड़ा बयान किसी ने दिया। इसलिए बोचहां सीट पर बेबी कुमारी को उतारकर भाजपा जैसे पश्चाताप कर रही है।
बेबी का हक मारकर ही भाजपा ने VIP को यहां से टिकट दिया था और मुसाफिर पासवान की जीत हुई थी। अब भाजपा को 21 जुलाई का इंतजार है और इसका भी इंतजार है जब सहनी का मंत्री पद भी जाएगा। भाजपा के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल तो यहां तक कहते हैं, ‘नैतिकता के आधार पर मुकेश सहनी को इस्तीफा दे देना चाहिए।’