Kanpur, Beforeprint : 8 साल बाद ज्योति हत्याकांड में फैसला हो चुका है। शुक्रवार को कोर्ट ने पति समेत 8 हत्यारों को उम्र कैद की सजा सुनाई। ज्योति का पूरा परिवार बेटी के जाने के बाद से गम मना रहा था। मगर, इस बार इंसाफ मिलने की खुशी में दीवाली मनाएंगे।
जबलपुर के बिलॉन्ग की रहने वाली ज्योति की शादी के बाद नाम श्यामदासानी था। पूरा परिवार इन दिनों भी जबलपुर में रहता है। इस बार दीवाली मनाने के लिए पूरा परिवार तैयारी कर रहा है। पिता शंकर नाग देव ने बताया कि बीते 8 साल से दीवाली पर एक दीपक नहीं जलाया। इस बार दीवाली खुशी के साथ मनाएंगे। जेल अधीक्षक बीडी पांडेय के मुताबिक आजीवन कारावास की सजा के बाद हत्यारे पीयूष का नया पता बैरक नंबर 15 होगा। उसकी प्रेमिका मनीषा बैरक नंबर 4 में अब जिंदगी गुजारेगी। सभी को अभियुक्तों को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। सभी को सामान्य बैरक में ही रखा गया है।
जेल अधीक्षक बीडी पांडेय के मुताबिक आजीवन कारावास की सजा के बाद हत्यारे पीयूष का नया पता बैरक नंबर 15 होगा। उसकी प्रेमिका मनीषा बैरक नंबर 4 में अब जिंदगी गुजारेगी। सभी को अभियुक्तों को अलग-अलग बैरक में रखा गया है। सभी को सामान्य बैरक में ही रखा गया है।