Kanpur, Beforeprint : नवरात्र में शहर में कई स्थलों पर दुर्गा महोत्सव का आयोजन किया जाता है। रावतपुर में रामलला मंदिर के पास भव्य दुर्गा पूजा नवरात्र के पहले दिन से शुरू हो गया है। इस बार 357 दुर्गा पूजा के बड़े आयोजन किए जा रहे हैं। ज्यादातर स्थानों पर नवरात्र के छठवें दिन यानि 1 अक्टूबर से मां दुर्गा पंडालों में स्थापित की जाएंगी। बता दे कोरोना के 2 साल बाद इस बार भव्य आयोजन किए जा रहे हैं।
दुर्गा पूजा पंडालों को सजाने के लिए अर्मापुर इस्टेट में बंगाल से ही कारीगर बुलाए गए हैं। मां की मूर्ति भी बंगाल के कारीगर ही बना रहे हैं। पंडाल को तैयार होने में करीब 3 दिन का समय अभी और लगेगा। अर्मापुर दुर्गा समिति के ऑर्गनाइजिंग सेकेट्री शांतनु ने बताया कि इस बार 80वां आयोजन किया जा रहा है। षष्ठी से ही सभी दुर्गा पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जाएंगी। बीते 25 दिन से पंडाल बनाने का काम चल रहा है। मां की प्रतिमा बनाने के लिए बंगाल के कारीगर बुलाए गए हैं।
फूलबाग किला के पास, किदवई नगर बाबूपुरवा मैदान के पास, चकेरी में काली बाड़ी मंदिर के पास, श्याम नगर में हरिहर धाम के पास, श्रीश्रीसार्वजनिक दुर्गा पूजा शास्त्री नगर-विजय नगर में दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है।
बंगाली समाज 2 अक्टूबर से दुर्गा पूजा उत्सव मनाना शुरू करेगा। श्रीबारवारी दुर्गा पूजा अनुष्ठान समिति की ओर से 158वां दुर्गा पूजा उत्सव एबी विद्यालय माल रोड में मनाया जाएगा। पंडाल सजाने का काम तेजी से किया जा रहा है। बंगीय परिषद की ओर से मॉडल टाउन पांडुनगर में 53वां दुर्गा पूजा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। अशोक नगर की दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से नारी शक्ति पर आधारित ड्रामा और धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। इसके अलावा अर्मापुर में गुरुद्वारा के पास भी भव्य दुर्गा पूजा का आयोजन किया जा रहा है।
श्री रामलला जी महाराज रामलीला समिति के द्वारा दुर्गा पूजा स्थापना और बाल मेला में बच्चों के खाने के लिए 10 तरह के स्टॉल लगाए गए हैं। इसमें हलुआ, चाट, पॉपकॉर्न, बिस्कुट, पानी के बताशें आदि चीजें खाने के लिए रखी गई हैं। सभी का शुल्क का 1 रुपए ही रखा गया है। यहां मुख्य रूप से अध्यक्ष संतोष शुक्ला, महामंत्री रोहित चंदेल, संयोजक गंगवानी, पवन अवस्थी, हरेंद्र शर्मा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।