Kanpur, Beforeprint : शहर में डेंगू और वायरल बुखार थमने का नाम नहीं ले रहा है। हैलट अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन दो महीने में पहली बार रिकॉर्ड मरीज पहुंचे, जिसमें 90 फीसदी बुखार के थे। तबीयत बिगड़ने पर 15 घंटे में 73 रोगियों को इमरजेंसी में भर्ती किया गया।
शहर और आसपास के जिलों में बुखार और डेंगू ने पूरी तरह पांव पसार लिए हैं। शुक्रवार देर शाम तक हैलट ओपीडी में पैर तक रखने की जगह नहीं बची थी। पांच घंटे में 3979 मरीजों के पर्चे बने। सबसे ज्यादा मारामारी मेडिसिन ओपीडी में रही। प्रो. एसके गौतम और प्रो. सौरभ अग्रवाल को शाम तक ओपीडी में मरीज देखने पड़े। मेडिसिन ओपीडी में शाम तक 615 मरीज देखे गए, इसमें 550 बुखार के थे। डेंगू लक्षण वाले मरीजों की भारी भीड़ मिली।
डॉ. गौतम के अनुसार डेंगू की बिना टेस्ट के पुष्टि नहीं किया जा सकता है। इसलिए 57 के सैंपल GSVM मेडिकल कॉलेज की माइक्रोबायोलॉजी में भेजे गए हैं, जिसकी रिपोर्ट आज आएगी। इस समय वायरल, डेंगू, मस्तिष्क ज्वर वाले लक्षणों के मरीज 90 फीसदी आ रहे हैं। मेडिकल कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल प्रो. रिचा गिरी ने बताया कि दीपावाली के बाद से बुखार के मरीजों का तांता लग गया है। रात में फीवर के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे हैं। बिधनू के अरविंद को हालत बिगड़ने पर आईसीयू में भर्ती किया गया है। उन्हें सांस लेने में भी तकलीफ हो रही है। उर्सला में सात मरीजों का इलाज चल रहा है।