Kanpur, Beforeprint : इस बार जुलूस ए मोहम्मदी मेंकोई भी ऐसा तिरंगा लेकर नहीं चल सकेगा जिसके बीच में कोई धार्मिक चिन्ह हो। अगर कोई तिरंगा लेकर चलता है तो उसे राष्ट्रीय ध्वज के प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना होगा। जुलूस का नेतृत्व करने वाली संस्था जमीअत उलमा ने स्थानीय प्रशासन के निर्देशों के बाद यह ऐलान किया है।
आज शहर में जश्न ए चिरागां पर रोशनी की जाएगी। वहीं आज जश्न ए चिरागां पर मीलाद, जलसे, कुरानख्वानी और इस्लामिक प्रतियोगिताओं के आयोजन किए जा रहे हैं। आज रात 9 बजे से सुबह 3 बजे तक रोशन नगर अजहरी तिराहे पर जियारत कराई जाएगी। जमीअत उलमा के प्रांतीय उपाध्यक्ष अमीनुल हक अब्दुल्लाह कासिमी ने बताया कि पुलिस और प्रशा=सन के साथ जुलूस को लेकर कई निर्णय लिए गए हैं। जुलूस के आदाब शनिवार को जारी किए जाएंगे। हाथों में तिरंगा हो तो प्रोटोकॉल का पूरा ख्याल रखें। जो रूट परिवर्तन है उसका पूरा ध्यान रखें। जुलूस में वाहनों के साथ बीच से न शामिल हों।
आज की रात होने वाली रोशनी और 9 अक्टूबर को निकलने वाले जुलूस ए मोहम्मदी को लेकर जमीअत को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। रूट पर भी झंडे के लिए लोहे के रॉड भी प्रतिबंधित की गई है। परेड के रिजबी ग्राउंड से संडे दोपहर को जुलूस ए मोहम्मदी का जुलूस निकाला जाएगा।