Kanpur, Beforeprint : कानपुर नौबस्ता के मछरिया निवासी युवक को तस्करों ने दिल्ली ले जाकर बेच दिया। हाथ-पैरों को जख्मी कर आखों में केमिकल डाल दिया। इससे युवक बीमार पड़ गया तो तस्कर उसे किदवईनगर के पास छोड़ गए। तीन दिन पड़े रहने के बाद गुरुवार रात युवक के परिजन क्षेत्रीय पार्षद के साथ नौबस्ता थाने पहुंचे और पूरी बात बताई।
मूलरूप से बिहार के सीवान निवासी रमेश मांझी (38) अपने छोटे भाई सुरेश मांझी (30) के साथ मछरिया के नालारोड स्थित झुग्गी में रहते हैं। सुरेश ने बताया कि करीब छह माह पूर्व मछरिया में रहने वाला विजय नाम का युवक काम के बहाने साथ ले गया। इसके बाद सूनसान स्थान पर दोनों हाथ-पैर तोड़ दिए और 12 दिनों तक अपने घर में कैद रखा। दोनों आखें खऱाब करने के लिए केमिकल डाल दिया, जिससे उसे दिखना बंद हो गया। चापड़ से उसके दांत तोड़ दिए। अपाहिज करने के बाद झकरकटी पुल के नीचे बस्ती में किसी औरत के हवाले कर दिया। वहां पर प्रताड़ना दी गई और जहरीले इंजेक्शन लगाए गए। इसके बाद विजय ने दिल्ली में राज नाम के व्यक्ति को 70 हजार रुपये में बेच दिया।
दिल्ली में अज्ञात जगह रख कर भीख मंगवाई गई। इस दौरान केवल एक बार खाना दिया जाता था। लगातार प्रताड़ना से वह बीमार हो गया तो विजय नाम का युवक अपने साथियों के साथ उसे कानपुर सेंट्रल ले आया। तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो आरोपित किदवईनगर मंडी के पास छोड़ कर चले गए। तीन दिन तक वहीं पड़ा रहा। फिर किसी दिहाड़ी मजदूर की नजर पड़ी तो उसने घर में खबर दी। परिजनों ने क्षेत्रीय पार्षद प्रशांत शुक्ला को पूरी बात बताई, जिसके बाद पार्षद ने पुलिस पर हीलाहवाली करने का आरोप लगाकर थाने का घेराव कर दिया। सूचना पर पहुंचे एसीपी गोविंदनगर विकास पांडेय ने परिजनों से तहरीर लेकर युवक को मेडिकल के लिए भेज दिया। एसीपी गोविंदनगर ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर आरोपित युवक की तलाश की जा रही है।