कानपुर : फ्लोरेट्स स्कूल के प्रबंधक व प्रधानाचार्य से हुई पूछताछ, तीन दिन में मांगा गया जवाब

कानपुर ट्रेंडिंग

कानपुर/ बीपी प्रतिनिधि। मंगलवार को पीरोड स्थित फ्लोरेट्स स्कूल में कलमा पढ़ाए जाने के मामले में डीएम विशाख जी ने जांच आदेश दिए थे। कल एसीएम तृतीय व बीएसए पीरोड स्थित फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल में जांच करने पहुंचे। करीब आधे घंटे की जांच में अधिकारियों ने प्रबंधक व प्रधानाचार्य से सवाल जवाब किए। वही स्कूल प्रबंधन ने लिखित शपथपत्र देकर अनजाने में गलती होने की बात स्वीकार की।

google.com, pub-3161711413977012, DIRECT, f08c47fec0942fa0

बेसिक शिक्षा अधिकारी ने प्रबंधन को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने के लिए कहा है। वहीं, स्कूल प्रबंधक सुमित मखीजा व प्रधानाचार्य अंकिता यादव का कहना है कि शुरू से ही चारों धर्मों को महत्व देते हुए सभी धर्मों की प्रार्थना कराई जाती रही हैं। दो दिन पहले कुछ अभिभावकों ने मुस्लिम प्रार्थना बंद कराने को कहा था, अब सभी प्रार्थना बंद करा सिर्फ राष्ट्रगान ही कराया जा रहा है।

स्कूल में बच्चों को प्रार्थना के वक्त कलमा पढ़ाए जाने के मामले में अभिभावक ने वीडियो बनाकर खुलासा किया, तो सोमवार को विहिप के पदाधिकारी स्कूल पहुंचे और हंगामा किया। देर रात पुलिस ने स्थानीय निवासी रवि राजपूत की तहरीर पर सीसामऊ थाने में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। जानकारी पर डीएम विशाख जी. ने संबंधित एसीपी व एसीएम को मौके पर भेजकर स्थिति काबू में की।

प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक स्कूल प्रबंधन माफी नहीं मांगेगा तब तक स्कूल नहीं चलने देंगे। हंगामा देख स्कूल प्रबंधन ने बच्चों की छुट्टी कर दी। डीएम ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रार्थना सभा में कलमा पढ़ाए जाने को लेकर चर्चा करती महिलाओं का वीडियो ट्विटर पर वायरल किया गया था। सीएम और यूपी पुलिस को भी टैग किया गया। मामले के तूल पकड़ने के बाद प्रबंधन ने अपनी सफाई में बताया था कि स्कूल में सभी जाति, धर्म की प्रार्थना पिछले दस साल से कराई जा रही है। इस पर आपत्ति होने के बाद उन्होंने सिर्फ राष्ट्रगान कराने के आदेश दे दिए थे।

फ्लोरेट्स इंटरनेशनल स्कूल की प्रबंधक सुमित मखीजा का कहना है कि पिछले कई सालों से स्कूल सर्वधर्म सद्भाव की शिक्षा दी जा रही है। अभी तक कोई शिकायत नहीं आई। पिछले दिनों कुछ लोगों ने वीडियो में इन प्रार्थनाओं पर आपत्ति जताई थी। उन लोगों से लिखित में शिकायत करने के लिए कहा था। शिकायत के बाद स्कूल में प्रार्थना बंद करा दी गई है। सिर्फ राष्ट्रगान कराया जा रहा है। इसे जबरदस्ती का मुद्दा बनाया जा रहा है।