विकास कार्यों में कानपुर सबसे पीछे , कमिश्नर ने की समीक्षा बैठक

कानपुर ट्रेंडिंग

Kanpur, Beforeprint : कानपुर का ग्राफ विकास कार्यों को लेकर पिछली बार से एक पायदान नीचे लुढ़क गया है। पहले नंबर पर फर्रुखाबाद 96.54, इटावा सेकेंड 96.08, औरैया थर्ड 94.04 प्रतिशत, कन्नौज चौथे 92.94 और कानपुर देहात 91.82 परसेंट के साथ छठी रैंक मिली है। कानपुर नगर को 92.69 परसेंट के साथ 5वीं रैंक मिली है, जबकि पिछली बार यह चौथे नंबर पर थी।

गुरुवार देर रात तक कमिश्नर कार्यालय में चली मंडलीय विकास कार्यों की समीक्षा बैठक चली। इस दौरान उन्होंने कहा कि जनता की शिकायतों पर अफसर विशेष ध्यान दें। सभी अफसर सुबह 10 से 12 बजे तक जनता की शिकायत सुनने को कार्यालय में उपस्थित रहें। बेसिक शिक्षा विभाग के अन्तर्गत आपरेशन कायाकल्प, डीबीटी के माध्यम से प्रति छात्र भुगतान, पाठ्य पुस्तकों का वितरण व गोद लिए विद्यालयों की प्रगति के संबंध में समीक्षा की गई। पंचायती राज विभाग के अन्तर्गत वर्ष 2022-23 में 5000 से अधिक आबादी वाले गांवों को मॉडल ODF प्लस ग्रामों में वित्तीय प्रगति, जनपद स्तर पर प्रस्तावित प्रशिक्षण, वर्ष 2022-23 के अन्त्येष्टि स्थल निर्माण के लिए ग्राम पंचायत चयन व क्षेत्र पंचायत व जिला पंचायत द्वारा खर्च किए बजट की भी समीक्षा की गई।

कमिश्नर ने कहा कि गैस गोदाम, होटल, मॉल, प्राइवेट हॉस्पिटल आदि में अग्नि सुरक्षा को लेकर क्या व्यवस्था की गई है, इसका वैरिफिकेशन किया जाए। परिषदीय विद्यालयों में मिड डे मील राशन रखे जाने वाले कमरों के साफ-सफाई एवं सीलन की स्थिति देखें। स्कूलों के पास से गुजरने वाले हाईटेंशन लाइन, जर्जर कमरों में अध्यापन व आस-पास सुरक्षा व्यवस्था, समेत अन्य मार्गों पर पुराने निर्मित पुलों के जर्जर होने की स्थिति तथा स्टेडियम के दर्शक दीर्घा स्टैंड की स्थिति का सत्यापन कराया जाए।

डेंगू एवं अन्य संक्रामक रोग से बचाव, हेल्थ एटीएम, आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड व हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर के लिए भूमि की उपलब्धता के सम्बन्ध में समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। कहा कि घर-घर लार्वारोधी दवाओं का छिड़काव कराया जाए। इसके अलावा संयुक्त निदेशक कृषि व डीएम यह सुनिश्चित करें कि फसल अवशेष जलाए जाने की घटना कहीं भी सामने न आए। सभी सड़कों का पैचवर्क किया जाए, ताकि समय रहते शहर को गड्ढा मुक्त किया जा सके। पीडब्ल्यूडी चीफ इंजीनियर ने बताया कि मंडल में पैच वर्क का काम तेजी से किया जा रहा है। जिसके बाद कमिश्नर ने 15 नवंबर तक गड्ढा मुक्त कराये गए