कानपुर/ बीपी प्रतिनिधि। शहर में पहली बार जमीन के 17.5 मीटर नीचे टनल बनाने का काम शुरू किया गया है। कानपुर मेट्रो के पहले कॉरिडोर के अंडरग्राउंड सेक्शन का काम आज शुरू कर दिया गया है। UPMRC के कार्यवाहक एमडी सुशील कुमार ने पूजन के बाद बटन दबाकर मशीन को शुरू किया। इनका नाम महान क्रांतिकारी नानाराव पेशवा और तात्याटोपे के नाम से नाना और तात्या रखा गया है।
बता दे टीबीएम की खास बात यह है कि एक साथ सुरंग और इसकी सुरक्षा की दीवार भी बनाती जाती जाएगी। 110 दिन में बड़ा चौराहा से नरौना चौराहा के बीच का टनल तैयार हो जाएगा। मशीन 24 घंटे में लगभग 10 मीटर तक की पक्की सुरंग बनाएगी। TBM की कुल लंबाई 80 मीटर है। इसका वजन लगभग 450 टन है।
दोनों टीबीएम मशीनों को 21 मीटर लंबे, 24 मीटर चौड़े और 17.5 मीटर गहरे आयताकार लॉन्चिंग शाफ्ट में अंदर पहुंचा दिया गया है। आज पहली टीबीएम की सहायता से बड़ा चौराहा से नयागंज की दिशा में डाउन-लाइन टनल का निर्माण शुरू होगा। लगभग 15 दिनों के बाद दूसरी टीबीएम की सहायता से अप-लाइन टनल का निर्माण शुरू किया जाएगा।
बड़ा चौराहा से नयागंज की ओर लगभग 940 मीटर लंबी टनल का निर्माण करती हुई टीबीएम नयागंज मेट्रो स्टेशन के शुरुआती छोर तक पहुंचेगी। जहां पर बने रिट्रीवल शाफ़्ट से मशीन को बाहर निकाल लिया जाएगा। फिर दोनों मशीनों को चुन्नीगंज में बनने वाले लॉन्चिंग शाफ्ट की सहायता से फिर से जमीन में उतारा जाएगा। यहां से नवीन मार्केट से होते हुए बड़ा चौराहा मेट्रो स्टेशन के शुरुआती सिरे तक टनल निर्माण होगा।
कानपुर में इस्तेमाल हो रही टीबीएम के कटरहेड का वजन लगभग 48 टन है। थ्रस्ट जैक सिलेंडर्स मशीन को आगे की तरफ धकेलते हैं और टीबीएम खुदाई करते हुए आगे बढ़ती है। स्क्रू कन्वेयर इस्तेमाल खुदाई के दौरान टनल से मिट्टी को बाहर निकालने के लिए होता है। कानपुर मेट्रो के अंडरग्राउंड सेक्शन की खुदाई में रोजाना लगभग 400 क्यूबिक मीटर मिट्टी निकलने की संभावना है। पहले फेज में चुन्नीगंज से नयागंज (चुन्नीगंज, नवीन मार्केट, बड़ा चौराहा, नयागंज मेट्रो स्टेशन), सेकेंड फेज में कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच (कानपुर सेंट्रल, झकरकटी और ट्रांसपोर्ट नगर स्टेशन) अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे।