Kanpur, Beforeprint : कानपुर की सड़कों के गड्डों को भरने के लिए PWD और नगर निगम ने कोशिशें शुरू कर दी हैं। इनमें से 50 करोड़ से 60 सड़कों को नगर निगम को करना है, बाकी के 483 करोड़ के काम PWD करेंगे। अभी तक बड़े बजट के कार्यों के टेंडर होने बाकी हैं। वही अब 15 नवंबर तक महानगर को गड्ढा मुक्त करना आसान नहीं होगा।
कानपुर में पीडल्यूडी 371 रोड को गड्डा मुक्त करेगा। इन सड़कों की लंबाई 3019.92 किलोमीटर है। सड़कों की चौड़ाई 888.09 किलोमीटर है। विभाग ने रेस्टोरेशन और नवीनीकरण के लिए 483.7 करोड़ का बजट रखा है। सड़कों के निर्माण और गड्ढा मुक्त पर बिल्हौर के भाजपा विधायक राहुल सोनकर ने भी सवाल उठाए है। उनका आरोप है कि मानको को दरकिनार करके लीपापोती की जा रही है। PWD एनएच ने जीटी रोड को गड्ढा मुक्त करने का काम पहले ही शुरू कर चुका है। इधर PWD की टीम फजलगंज से गोविन्दपुरी के बीच पैचवर्क पूरा कर चुकी है। पीडल्यूडी के एक्सईएन राकेश यादव ने बताया कि एस्टीमेट तैयार करके टेंडर प्रक्रिया शुरू हों चुकी है।
शहर की जिन प्रमुख सड़कों पर प्रमुखता से काम होने हैं, रावतपुर तिराहा-कम्पनीबाग-मेघदूत राकेट तिराहा से मालरोड, बड़ा चौराहा-हैलट, फजलगंज, गोविन्द नगर होते हुए बर्रा बाईपास तक बननी है। इसी तरह कानपुर दक्षिण के रतनलाल नगर से शास्त्रीचौक, सचान चौराहा, आरबीआई कालोनी, किदवई नगर रोड तक कार्य होना है। टाटमिल से यशोदा नगर बाईपास, दीप टाकीज से गौशाला होते हुए शनिदेव मंदिर तक, किदवई नगर चौराहा से बारादेवी होते हुए नन्दलाल चौराहा तक सड़कों को गड्ढा मुक्त किया जाना है।
विजय नगर चौराहा से नमक फैक्ट्री होते रावतपुर क्रॉसिंग तक जीटी रोड चकेरी से मवईया, पूर्वी व पश्चिमी कैनाल रोड, चकेरी रेलवे फीडर रोड डिप्टी पड़ाव-नौबस्ता हमीरपुर रोड, खेरेश्वर मंदिर राधन रोड, बिठूर, सैबसू कल्याणपुर शिवली-शिवराजपुर रोड, श्यामनगर चौराहा से हाईवे तक चिडिय़ाघर चौराहा से कर्बला लिंक रोड, कल्याणपुर पनकी रोड- टूटी पुलिया मार्ग, पनकी मंदिर- गंगागंज रोड, केसा कालोनी से सीएनजी पेट्रोल पम्प रोड तक मुख्य मार्गो को हर हाल में 15 नवंबर तक गड्ढा मुक्त कटने का लक्ष्य रखा गया है।
बता दें कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने सरकारी विभागों को सड़कों को चमकाने के निर्देश दिए थे। इसकी मियाद 15 नवंबर रखी गई है। मतलब 15 नवंबर तक सड़कों के गड्ढे भरे हुए चमचमाती सड़कों को यूपी की पहचान बना देते लेकिन सरकारी विभाग ठेकेदारों के भरोसे मुख्यमंत्री के सपने को भी छोड़ चुके हैं। बता दें कि कानपुर की सड़कों को चमाचम करने के लिए 533 करोड़ सरकार ने रखे थे। इनमें से पीडब्ल्यूडी को 483 करोड़ से पैचवर्क के अलावा रोड्स बनाने का प्रपोजल शासन को भेजा। इनमें पैचवर्क पर निगम 50 करोड़ नगर निगम को खर्च करना था।